लंदन : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने जोर देकर कहा है कि भारतीय सेना की ओर से 1984 में स्वर्ण मंदिर से आतंकियों को खदेड़ निकालने के ऑपरेशन ब्लूस्टार में मारग्रेट थैचर सरकार की ‘निश्चित ही कोई संलिप्तता नहीं’ थी.
हाउस ऑफ कामंस को सुपुर्द एक जांच रिपोर्ट के बाद ब्रिटिश सिख समुदाय को एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर ऑपरेशन में ब्रिटिश सरकार की संलिप्तता के कोई साक्ष्य नहीं है.’’ गोपनीय दस्तावेज के सामने आने के बाद कैमरन ने जांच का आदेश दिया था. खुलासे के मुताबिक, विशेष वायु सेवा के एक अधिकारी ने पवित्र गुरुद्वारे में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भारत को सलाह देने को लेकर भारत का दौरा किया था. कैमरन ने कल रात कहा, ‘‘घटना के करीब चार महीने पहले भारत सरकार के अनुरोध पर ब्रिटिश सेना के एक अधिकारी ने कुछ सलाह दी थी. लेकिन, इस सलाह का इस्तेमाल नहीं हुआ और यह महज एक बार दी गयी.’’ कैमरन ने कहा, ‘‘30 साल पहले अमृतसर के हरमंदिर साहिब में दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुयी थी. कई जानें गयी और निशान सिख समुदाय के भीतर बहुत गहरा है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए कुछ हफ्ते पहले जब दस्तावेज सामने आए तो ऐसी आशंका हुयी कि तत्कालीन ब्रिटिश सरकार भारतीय सेना के अभियान में शामिल थी. उन सवालों के जवाब के लिए मैंने तुरंत जांच शुरु करायी. कैबिनेट सेक्रेटरी को मैंने इसका जिम्मा सौंपा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि इस सरकार और सिख समुदाय के बीच वार्ता जारी रहे.’’ कैमरन ने कहा, ‘‘ब्रिटिश सिखों ने दोनों विश्व युद्ध से लेकर कारोबार और हमारे समाज में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और निभा रहे हैं. मैं इसे कभी नहीं भूल सकता। मैं इसके लिए शुक्रगुजार हूं. ’’ उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि जांच से ब्रिटेन में तथा अन्य जगहों पर सिख समुदाय को फिर से यकीन होगा.