वाशिंगटन : भारत और अमेरिका ने पहले से मंजूरी प्राप्त, निम्न जोखिम वाले भारतीयों को चुनिंदा अमेरिकी हवाईअड्डों पर त्वरित सुरक्षा अनापत्ति प्रदान कर अमेरिका में उनके प्रवेश को आसान बनाने के लिए एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं.
भारत मात्र नौंवा ऐसा देश है जिसके साथ अमेरिका ने इंटरनेशनल एक्स्पीडिटेड ट्रैवलर इनिशिएटिव ( जो वैश्विक प्रवेश कार्यक्रम नाम से भी जाना जाता है) समझौता किया है. यह समझौता विश्व के दो सबसे बडे लोकतांत्रिक देशों के बीच बढते संबंधों का प्रतिबिम्ब है.
इसे लागू होने में अभी कुछ महीने लगेंगे. पहले से मंजूरी प्राप्त करने वाले ऐसे भारतीय यात्रियों के अमेरिका पहुंचने पर उन्हें कुछ चुनिंदा अमेरिकी हवाईअड्डों पर शीघ्र सुरक्षा मंजूरी दी जाएगी जिन्हें लेकर कम जोेखिम है.अमेरिका में भारत के राजदूत अरुण के सिंह और अमेरिकी कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन के उपायुक्त केविन के मैकेलीनान के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
एक विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘दोनों देशों की संयुक्त जांच एवं मंजूरी के बाद स्वीकृति प्राप्त भारतीय यात्रियों को चुनिंदा अमेरिकी हवाईअड्डों पर स्वचालित बूथों के जरिए अमेरिका में शीघ्र प्रवेश की सुविधा मुहैया कराई जाएगी.” विज्ञप्ति के अनुसार संबंधित प्रक्रिया आगामी महीनों में पूरी होने की उम्मीद है.
अरुण के. सिंह ने समझौता पत्र हस्ताक्षर समारोह में कहा, ‘‘इस कार्यक्रम के तहत अमेरिकी हवाईअड्डों पर भारतीय यात्रियों के प्रवेश संबंधी कार्रवाई शीघ्र पूरी होने से यात्रा वातावरण और आसान बनेगा तथा उसका दोनों देशों के लोगों के बीच सभी प्रकार के आपसी संपर्कों पर सकारात्मक प्रभाव पडेगा.” सिंह ने कहा कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंध के मामले में प्रधानमंत्री का यह दृष्टिकोण रहा है कि दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संबंध मजबूत बनाए जाए.
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो वर्षों में भारत सरकार ने अमेरिका से भारत की यात्रा सुगम बनाने के लिए कई पहलें की हैं. उनमें अमेरिकी नागरिकों के लिए लंबी अवधि के वीजा जारी करना और इलेक्ट्रॉनिक-पर्यटक वीजा शुरु करना शामिल है.” सिंह ने कहा, ‘‘वैश्विक प्रवेश कार्यक्रम में भारत का प्रवेश दोनों देशों के बीच यात्रा को और सुगम बनाएगा तथा लोगों के आपसी संबंधों को मजबूत करेगा.” उन्होंने कहा कि अमेरिका में भारतीय मूल के 30 लाख से अधिक लोग रहते हैं जिनके भारत के साथ गहरे संबंध हैं.
सिंह ने कहा, ‘‘हम देखते हैं कि पेशेवर, कारोबार, पर्यटन एवं शिक्षण समेत विभिन्न क्षेत्रों से जुडे हमारे 10 लाख से अधिक नागरिक हर वर्ष दोनों ओर से आ-जा रहे हैं. इस पहल से इन यात्रियों को सीधा लाभ होगा.” फिलहाल वैश्विक प्रवेश कार्यक्रम 40 से अधिक अमेरिकी हवाई अड्डों एवं 12 पूर्व मंजूरी स्थलों पर उपलब्ध है. 18 लाख से अधिक लोग वैश्विक प्रवेश कार्यक्रम के तहत पंजीकृत है और हर महीने करीब 50 हजार नये आवेदन इस कार्यक्रम के लिए आते हैं.
