इस्लामाबाद : पाकिस्तान की एक आतंकवाद विरोधी अदालत में मुंबई हमले की सुनवाई के मामले को लेकर कराची के उस कारोबारी के साथ जिरह की गई जिसने मुंबई में हमला करने वाले 10 आतंकवादियों को नौका का इंजन बेचा था.
कई हफ्तों तक स्थगित रहने के बाद आज करीब साढ़े तीन घंटे की सुनवाई हुई. इस दौरान बचाव पक्ष के वकीलों ने कराची के कारोबारी मोहम्मद अली से सवाल जवाब किया. विशेष सरकारी वकील चौधरी मोहम्मद अजहर नेबताया, ‘‘नौका का इंजन बेचने वाले व्यक्ति से आज जिरह की गई. तीन और गवाहों से जिरह की जानी थी, लेकिन अदालत का समय खत्म हो गया.’’
मुंबई हमले के सभी सात अभियुक्तों के खिलाफ 20 नवंबर को अगली सुनवाई होगी. इन अभियुक्तों में लश्कर-ए-तैयबा का स्वयंभू कमांडर जकीउर रहमान लखवी भी शामिल हुआ. यह पूछे जाने पर कि सुनवाई एक पखवाड़े के लिए क्यों स्थगित की गई है तो अजहर ने कहा, ‘‘मुहर्रम महीने के कारण ऐसा किया गया है.’’