इस्लामाबाद : पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी ने आज ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष पद का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया. इस शीर्ष पद पर किसी अन्य अधिकारी की प्रतिस्थापना किए जाने तक वह इस पद पर बने रहेंगे.
सूचना एवं प्रसारण मंत्री परवेज रशीद ने कहा कि चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ और ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष पद पर संवैधानिक ढांचे के अनुसार नियुक्ति की जाएगी. एक सवाल के जवाब में रशीद ने कहा कि वर्तमान में सेना प्रमुख के पास ही ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (सीजेसीएससी) के अध्यक्ष पद का अतिरिक्त प्रभार है और संवैधानिक आवश्यकताओं के मुताबिक 30 दिन के भीतर इस पद पर नियुक्ति कर ली जाएगी.
जनरल खालिद शमीम वाणी के कल सेवानिवृत होने के बाद पाकिस्तान सेना के सबसे वरिष्ठ अधिकारी कयानी (61) ने यह अतिरिक्त पदभार ग्रहण किया. कल जनरल वानी की सेवानिवृति से कुछ ही घंटे पहले प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा था कि नए सेना प्रमुख और सीजेसीएससी के नाम की घोषणा ‘व्यापक विचार’ के बाद एक साथ की जाएगी.
कयानी ने पहले ही यह घोषणा कर रखी है कि 29 नवंबर को अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद वह सेना प्रमुख का पद छोड़ देंगे. प्रधानमंत्री के एक प्रवक्ता ने कल कहा, ‘‘निवर्तमान सीजेसीएससी के उत्तराधिकारी की घोषणा आठ अक्तूबर से पहले किए की उम्मीद जायज है, लेकिन सेना प्रमुख का पद भी जल्द ही खाली होने जा रहा है और इस तथ्य के कारण इस मुद्दे पर ‘व्यापक विचार’ की जरुरत है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए प्रधानमंत्री ने इन दोनों पदों पर नियुक्ति की घोषणा एक साथ करने का निर्णय लिया है.’’ शरीफ ने कहा कि उनकी सरकार अपने संवैधानिक दायित्वों के प्रति सजग है और राष्ट्रहित को सर्वोच्चता देते हुए ही सारे फैसला किया जाएगा. गौरतलब है कि पाकिस्तान में किसी भी लोकतांत्रिक सरकार के लिए सेना प्रमुख की नियुक्त करना कभी भी आसान नहीं रहा है.