स्टाकहॉम : गॉड पार्टिकल की खोज करने वाले वैज्ञानिकों को भौतिक विज्ञान और तालिबान के हमले की शिकार हुई मलाला यूसुफजई को शांति पुरस्कार से नवाजे जाने की उम्मीदों के बीच आज यहां नोबेल सत्र की शुरुआत हो गयी.
प्रकृति के रहस्यों से बौद्धिक संघर्ष करने वाले वैज्ञानिकों के अलावा मानवाधिकार हनन के विरुद्ध आवाज बुलंद करने वाले समाजसेवकों को दुनिया के सबसे सम्मानित पुरस्कारों में शुमार नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाता रहा है.
इस बीच भारतीय समयानुसार आज शाम तीन बजे सभी का ध्यान अभूतपूर्व चिकित्सीय अनुंसधान के लिए दिये जाने वाले नोबेल पुस्कार पर केंद्रित रहेगा, जब शरीर विज्ञान या चिकित्सा की नोबेल समिति के सचिव गोएरन के हैंसन स्टॉकहोम के कैरोलिंस्का संस्थान में कैमरे के समक्ष इस वर्ष के विजेता की घोषणा करेंगे.
हालांकि, यह कल ही साफ हो पाएगा कि हिग्स बोसोन के खोजकर्ताओ को भौतिक विज्ञान का नोबेल पुरस्कार दिए जाने की लोगों की उम्मीद सही साबित होती है, या नहीं.