गुवाहाटी : मिस यूनीवर्स ओलिविया फ्रांसिस कल्पो ने डोनर के साथ ही किराए की कोख(सरोगेसी) देने वाली मां के निजता के अधिकार को बनाए रखने की महत्ता पर आज बल दिया.
ओलिविया ने भारत में तीसरा पक्ष जनन की जटिलताओं एवं चुनौतियों के विषय यहां आयोजित एक चर्चा के दौरान यह बात कही. ओलिविया ने इस दौरान परंपरागत लाल असमी परिधान ‘मेखेला चादोर’ पहन रखी थी. उन्होंने कहा कि उन्होंने सरोगेसी के फायदे को नजदीक से देखा है.
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं बहुत खुश हूं कि मेरे एक प्रिय मित्र को सरोगेसी की मदद से बहुप्रतीक्षित और प्यारा बच्चा मिल सका. मैं समझ सकती हूं कि कई लोगों के लिए यह आखिरी उम्मीद है और देश में उत्कृष्ट चिकित्सा के कारण विश्व भर में कई परिवार इसके लिए भारत पर पवित्र भरोसा करते हैं.
‘‘ओलिविया ने कहा, ‘‘ समाज को लड़की को बचाने के लिए सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए. देश में लिंगानुपात कम होना गंभीर चिंता का विषय है और इसका समाधान निकालने की अत्यंत आवश्यकता है.’’इस समारोह में असम के मुख्यमंत्री तरण गोगोई ने भी शिरकत की. उन्होंने पूर्वोत्तर भारत में आने के लिए ओलिविया का धन्यवाद किया.