लाहौर: भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की हत्या में शामिल मौत की सजा का सामना कर रहे दो पाकिस्तानी कैदियों पर यहां कोट लखपत जेल के वार्डन ने हमला किया.सूत्रों ने बताया कि कैदियों अमर तांबा और मुदस्सर ने गुरुवार को अपनी कोठरी की तलाशी के दौरान वार्डन के साथ बदसलूकी की थी. वार्डन ने और […]
लाहौर: भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की हत्या में शामिल मौत की सजा का सामना कर रहे दो पाकिस्तानी कैदियों पर यहां कोट लखपत जेल के वार्डन ने हमला किया.सूत्रों ने बताया कि कैदियों अमर तांबा और मुदस्सर ने गुरुवार को अपनी कोठरी की तलाशी के दौरान वार्डन के साथ बदसलूकी की थी. वार्डन ने और कर्मियों को बुलाया और उनकी पिटाई की.
घटना के बाद तांबा और मुदस्सर के साथ मौत की सजा का सामना कर रहे कुछ अन्य कैदी आज भूख हड़ताल पर चले गए.कोट लखपत जेल के प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि तांबा और मुदस्सर के कब्जे से सेल फोन बरामद किया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें सिर्फ चेतावनी दी गई और इसके लिए उन्हें यातना नहीं दी गई.’’ उन्होंने उन खबरों का खंडन किया कि उनकी पिटाई गई.
इस बात का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि कैसे कड़ी सुरक्षा वाली छावनी में कैदियों को मोबाइल फोन मिले. अधिकारी ने दावा किया, ‘‘मामले से जेल नियमों के अनुसार निपटा गया और कैदी भूख हड़ताल पर नहीं गए.’’ इस बीच, तांबा और मुदस्सर को कैसे अप्रैल में सरबजीत पर हमला करने के लिए तेज धार वाला हथियार मिला इसकी न्यायिक जांच चल रही है लेकिन उसके निष्कर्ष का आना बाकी है. गत 2 मई को सिर में गंभीर चोट लगने से मौत हो गई थी. तांबा, मुदस्सर और कुछ अन्य कैदियों ने कथित तौर पर उसपर हमला किया था.
पुलिस ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गोमती मनोचा के सामने लड़की का बयान पेश किया. न्यायाधीश ने आज प्रमुख आरोपी वंदना की जमानत याचिका पर आदेश सात अक्तूबर के लिए सुरक्षित रखा.पुलिस ने वंदना और प्लेसमेंट एजेंट डोरोथी को गिरफ्तार किया. इसी एजेंट के जरिये पीड़ित को वंदना के घर पर काम पर लगाया गया था. दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.वंदना की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान, पुलिस ने कहा कि उन्होंने इस घटना के प्रकाश में आने से पहले पीड़ित का कथित रुप से इलाज करने वाले डाक्टर का बयान दर्ज किया.पुलिस ने कहा कि डाक्टर ने उनसे कहा कि जब लड़की को इलाज के लिए लाया गया, वंदना ने उनसे कहा कि पीड़ित के भाई ने उससे मारपीट की जिसके कारण उसे चोटें लगीं.
पुलिस ने कहा कि डाक्टर के बयान में विरोधाभास है क्योंकि वंदना के वकील ने जमानत याचिका पर बहस के दौरान दावा किया था कि घर में गिर जाने से लड़की के सिर पर चोट लगी.पुलिस ने वंदना की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि इस मामले में उनकी जांच जारी है और अगर उन्हें जमानत दी जाती है तो आरोपी जांच को प्रभावित कर सकते हैं.
वंदना के वकील ने जमानत की मांग करते हुए कहा कि इस मामले की जांच लगभग पूरी होने वाली है क्योंकि लड़की और अन्य के बयान पहले ही दर्ज हो चुके हैं. सुनवाई के दौरान पुलिस ने अदालत के सामने लड़की की हड्डियों के उस परीक्षण की रिपोर्ट भी रखी जो उसकी असली उम्र पता करने के लिए किया गया था.