लाहौर : पाकिस्तान की एक अदालत ने प्रांतीय समीक्षा बोर्ड के फैसले को पलटते हुए श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर 2009 में लाहौर में हमले में शामिल प्रमुख संदिग्ध की जमानत आज रद्द कर दी. जुबैर उर्फ नाइक मुहम्मद मार्च 2009 में गद्दाफी स्टेडियम के करीब लिबर्टी चौक पर आतंकवादी हमले का मुख्य संदिग्ध है.
श्रीलंकाई क्रिकेट टीम जिस बस में स्टेडियम जा रही थी उस पर लिबर्टी चौक के सामने 12 बंदूकधारियों ने एके 47 राइफल्स, राकेट और हैंड ग्रेनेड से हमला किया था. इस हमले में सुरक्षाकर्मियों सहित सात लोग मारे गये जबकि कुछ श्रीलंकाई खिलाड़ी घायल हो गये थे. जुबैर की जमानत रद्द करने का फैसला लाहौर हाईकोर्ट के प्रांतीय समीक्षा बोर्ड के आदेश के एक दिन बाद आया है जिसने कल उसे रिहा करने के लिये कहा था.
समीक्षा बोर्ड के फैसले के बाद पंजाब सरकार ने कल लाहौर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करके जुबैर की जमानत रद्द करने की अपील की थी. सरकारी वकील ने कहा कि आरोपी की क्रिकेट टीम पर हमले में अहम भूमिका है और पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से उसे गिरफ्तार किया.