ब्रसेल्स: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बेल्जियम और तुर्की की अपनी छह दिवसीय यात्रा के पहले चरण में बुधवार को ब्रसेल्स पहुंचे. मुखर्जी की अगवानी के लिए बल्जियम के राजा फिलिप हवाई अड्डे पहुंचे थे. प्रणब यूरोपीय देश बेल्जियम की यात्रा पर आये पहले भारतीय राष्ट्रपति हैं.प्रणब दो से पांच अक्तूबर तक बेल्जियम में रहेंगे. वह इस दौरान देश के राजा फिलिप के साथ विचार विमर्श करेंगे जिन्होंने उन्हें अन्य गणमान्य लोगों के साथ राजकीय यात्र पर आमंत्रित किया है.
फिलिप के साथ मिलकर प्रणब भारत का प्रदर्शन करने वाले एक सांस्कृतिक कार्यकम (यूरोपलिया.इंडिया 2013-2014) का उद्घाटन करेंगे. यह पहली बार है कि जब इस बड़े कार्यक्रम में भारत का प्रदर्शन किया गया है. कार्यक्रम का आयोजन चार अक्तूबर से 26 जनवरी 2014 तक होगा.
पूरे बेल्जियम और पड़ोसी देशों में 100 स्थानों पर करीब 450 कार्यक्रमों का आयोजन किया. इस कार्यक्रमों में यूरोप में भारत की कला विविधता के अलग अलग पहलुओं को पेश किया जाएगा. इसका मुख्य जोर मुख्य तौर पर सात विषयों पर होगा जिसमें शरीर, भारतीय संस्कृति और संभ्यता, कल का भारत, रहन सहन, जल, बॉलीवुड और उसके आगे तथा प्रवासी शामिल है.
यह महोत्सव विदेश मंत्रालय, भारतीय सांस्कृति संबंध परिषद और उसके साङोदार और यूरोपालिया इंटरनेशनल ने मिलकर किया है. राष्ट्रपति के साथ एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल साथ गया है जिसमें मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और शैक्षिक और अकादमी संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल हैं. राष्ट्रपति के साथ दोनों देशों की यात्रा पर गए प्रतिनिधिमंडल में यूजीसी अध्यक्ष वेद प्रकाश, दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति दिनेश सिंह, जवाहर लाल विश्वविद्यालय के कुलपति सुधीर कुमार सोपोरी और हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति रामकृष्ण रामास्वामी शामिल हैं.
राष्ट्रपति के साथ जहाजरानी मंत्री जी के वासन और सांसदों का एक समूह भी गया है जिसमें प्रिया दत्त, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, जफर अली नकवी, बी सी परिदा और प्रभाकर कोरे शामिल हैं.