इस्लामाबाद : पाकिस्तान की एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने आज नवाब अकबर बुगती की हत्या के मामले में देश के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के खिलाफ वारंट जारी किया है. क्वेटा में आज इस मामले की सुनवाई के दौरान पूर्व गृह मंत्री अफताब शेरपाउ और पूर्व प्रांतीय गृह मंत्री मीर शोएब नौशेरवानी अदालत में पेश हुए. वहीं अपराध शाखा के अधिकारियों ने मुशर्रफ की अनुपलब्धता से जुड़ी रिपोर्ट पेश की.
अदालत ने तब मुशर्रफ की पेशी का आदेश दिया और इस बाबत संबंधित जेल अधिकारियों के लिए दिशा निर्देश भी जारी किए. इसके बाद अदालत ने इस मामले की सुनवाई 22 अक्टूबर तक के लिए मुलतवी कर दी और अफताब शेरपाउ और शोएब नौशेरवानी की जमानत याचिका पर सुनवाई भी तब तक के लिए स्थगित हो गई है.
मुशर्रफ के राजनीतिक सलाहकार चौधरी सरफराज अंजुम कहलोन ने एक बयान में कहा कि पूर्व राष्ट्रपति को ‘हिंसक तत्वों से देश की एकता और अखंडता की रक्षा करने की एवज में दंडित किया जा रहा है.’ कहलोन ने साथ ही कहा कि मुशर्रफ की अवैध हिरासत और नाइंसाफी के पीछे शामिल राजनीतिक शक्तियां पाकिस्तान में मौजूद कट्टरपंथी, आतंकवादी और विदेश समर्थित अलगाववादियों को अंजाने में मजबूत कर रही है.