संयुक्त राष्ट्रः लश्कर-ए-तैयबा कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी की पाकिस्तान की जेल से रिहाई वैश्विक संस्था के प्रावधानों का उल्लंघन है, इस पर भारत के चिंता जताए जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) समिति ने अपनी अगली बैठक में मुंबई हमला के मास्टरमाइंड के मुद्दे को उठाने का आश्वासन दिया है.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के दूत अशोक मुखर्जी ने यूएनएससी अलकायदा प्रतिबंध समिति के दूत जिम मैकले को पत्र लिखकर लखवी की रिहाई पर चिंता जताई और कहा कि यह अलकायदा और उससे जुडे संगठनों के प्रति समिति की ओर से जाहिर की गई चिंताओं के प्रावधानों का उल्लंघन है.
भारत ने यह भी जिक्र किया कि आतंकवादी सूची में नाम दर्ज होने के कारण आतंकी लखवी न तो रकम प्राप्त कर सकता है और न ही अपनी संपत्ति किसी को दे सकता है तथा उसकी वित्तीय परिसंपत्तियों पर रोक लगा दी जाएगी। आतंकवादी सूची में नाम दर्ज होने के बाद से लखवी के लिए भेजी गई जमानत राशि भी प्रतिबंध समिति के प्रावधानों का उल्लंघन है.
सूत्रों ने यहां पीटीआई-भाषा को बताया कि भारत की चिंताओं पर गौर करते हुए मैकले ने भारत की ओर से मिले पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए आश्वस्त किया है कि समिति की अगली बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी.
समिति की अगली बैठक अगले कुछ दिनों में होनी निर्धारित की गई है. आतंकी सूची में नाम दर्ज होने के कारण लखवी की संपत्ति पर रोक, उसकी यात्र पर प्रतिबंध है.