।। अस्पताल के बाहर उमड़ी शुभचिंतकों की भीड।।
प्रिटोरियाः प्रिटोरिया के एक अस्पताल में अपनी जिन्दगी की लड़ाई लड़ रहे दक्षिण अफ्रीका के 94 वर्षीय रंगभेद नीति विरोधी नेता नेल्सन मंडेला के स्वास्थ्य के संबंध में आज कोई नई जानकारी नहीं मिली.
दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति के स्वास्थ्य के संबंध में कहा गया है कि पहले की ‘नाजुक’ स्थिति के मुकाबले उनकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ है. मंडेला को फिर से फेंफड़े का संक्रमण होने के कारण आठ जून को प्रिटोरिया के अस्पताल में भर्ती कराया गया. वह 18 जुलाई को 95 वर्ष के हो जाएंगे.
पिछले 24 घंटों में दूसरी बार मेडिक्लिनिक हार्ट अस्पताल में मंडेला को देखने के बाद राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कल कहा था, ‘‘मंडेला की हालत रात भर में थोड़ी सुधरी है.’’ इस बीच मंडेला की पूर्व पत्नी विन्नी मदिकिजेला ने आज कहा कि उनकी हालत में ‘बहुत सुधार हुआ है’ लेकिन वह अभी भी ‘ठीक नही’ हैं.
मंडेला के शुभचिंतक उनके अस्पताल के बाहर जमा होने शुरु हो गए हैं. वे अस्पताल और मंडेला के पुराने घर सोवेतो के बाहर एकत्र होकर प्रार्थना कर रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका के बच्चों ने आज मंडेला के सम्मान में 94 गुब्बारों का गुच्छा आसमान में छोड़ा. गुच्छे का प्रत्येक गुब्बारा उनके जीवन के एक वर्ष का प्रतीक है.
मंडेला को लंबे समय से फेंफड़ों की समस्या है. रोबेन द्वीप में राजनीतिक बंदी रहने के दौरान ही उन्हें यह दिक्कत शुरु हुई थी. कारावास के दौरान ही मंडेला को क्षय रोग भी हुआ था.
मंडेला वर्ष 1994 में देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने थे और उन्हें दक्षिण अफ्रीकी लोकतंत्र का जनक कहा जाता है. हालांकि पांच वर्ष के बाद उन्होंने राष्ट्रपति पद छोड़ दिया. उन्हें वर्ष 1993 में नोबेल शांति सम्मान से नवाजा गया था.
वर्ष 2004 में सार्वजनिक जीवन से अवकाश लेने के बाद मंडेला कभी कभार ही सार्वजनिक अवसरों पर नजर आए.