मेलबर्न: आस्ट्रेलिया ने मंगलवार को कहा कि वह भारत द्वारा अपनाये गये परमाणु सुरक्षा उपायों से संतुष्ट है. आस्ट्रेलिया का यह बयान प्रधानमंत्री टोनी एब्बाट की आगामी भारत यात्रा के दौरान यूरेनियम निर्यात पर बहुप्रतीक्षित सौदा होने का संकेत है. एब्बाट इसी सप्ताह नयी दिल्ली जाएंगे. व्यापार मंत्री एंड्रयू राब्ब ने कहा, ‘हम इस दिशा में उठाये गए कदमों से संतुष्ट हैं.’ वे भी एब्बाट के साथ भारत जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री एब्बाट दोनों देशों के बीच व्यापार व निवेश को बढावा देने तथा रणनीतिक भागीदारी को और मजबूत बनाने के लिए चार सितंबर को दिल्ली पहुंचेंगे. मीडिया रपटों में हाल ही में कहा गया कि दोनों पक्षों में असैन्य परमाणु समझौते पर सहमति बन गई है जिस पर औपचारिक हस्ताक्षर एब्बाट की यात्रा के दौरान होंगे. दोनों पक्षों में इस मुद्दे पर 2012 से ही बातचीत चल रही है जबकि लेबर पार्टी ने भारत को यूरेनियम बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के अपने फैसले को पलट दिया.
व्यापार मंत्री ने एबीसी चैनल को साक्षात्कार में कहा, ‘इस मुद्दे को लेकर भारत व आस्ट्रेलिया के अधिकारियों के बीच बातचीत का काम कई साल से चल रहा है ताकि एक द्विपक्षीय परमाणु सहयोग समझौता तैयार किया जा सके जो अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरता हो. हम संतुष्ट हैं, हमारे अधिकारी संतुष्ट हैं कि सभी जरुरतों को पूरा कर लिया गया है.’
उन्होंने कहा, ‘और अगर प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान यह मुद्दा आता है तो हम इस तरह के सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर की स्थिति में हैं.’ आस्ट्रेलिया के पास दुनिया का हासिल करने योग्य कुल यूरेनियम भंडार का एक तिहाई भंडार है और वह हर साल 7,000 टन के करीब यूरेनियम का निर्यात करता है.