इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने अपने सरकार विरोधी प्रदर्शनों के माध्यम से देश में सैन्य शासन के लिए रास्ता तैयार करने की अटकलों को विराम देने का प्रयास करते हुए आज कहा कि सैन्य शासन देश की समस्याओं का समाधान नहीं है.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख का कहना है कि वह देश में सैन्य शासन का कभी समर्थन नहीं करेंगे.इमरान ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘सैन्य शासन देश की समस्याओं का समाधान नहीं है. हम किसी प्रकार की हिंसा नहीं चाहते हैं.’’उन्होंने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर आरोप लगाया कि वह सैन्य हस्तक्षेप का डर दिखाकर जनता को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से रोकना चाहते हैं.
इमरान ने नवाज की तुलना मिस्र के तानाशाह हुस्नी मुबारक के साथ की. उन्होंने कहा कि सेना को शामिल करने का कोई कारण नजर नहीं आता क्योंकि शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना सभी का संवैधानिक अधिकार है.इमरान ने कहा कि ब्रिटेन में हजारों की संख्या में लोग फलस्तीन के पक्ष में प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन किसी को सैन्य हस्तक्षेप का डर नहीं है. उन्होंने देश को बचाने वाले शांतिपूर्ण प्रदर्शन का वादा किया.