अमलेश नंदन
अमेरिकन अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन के द्वारा सीधा मिसाइल हमला कर मलेशियन यात्री विमान को मार गिराया गया है. अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक एक रेडार सिस्टम ने पता लगा है कि जमीन से आसमान में मार करने के लिए मिसाइल सिस्टम ठीक उसी समय ऑन हुआ था जब इस विमान पर हमला हुआ. एक और रेडार सिस्टम ने विमान से मिसाइल टकराने के वक्त भीषण गर्मी के संकेत भी ट्रैक किए हैं. अब अमेरिका यह जानने में जुटा हुआ है कि यह हमला कहां से हुआ था. हादसे के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह उठाया जा रहा है कि अगर विमान पर हमला हुआ, तो इसे किसने निशाना बनाया.
मामले पर गहन जांच की आवश्यकताः पुतिन
रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने कहा कि इस मामले पर गहन जांच कराने की आवश्यकता है. किसी भी प्रकार की जांच में रूस पूरी मदद करेगा. राष्ट्रपति के प्रवक्ता की ओर से सफाई दी गई है कि रूस का इस क्रैश से कोई लेना-देना नहीं है और अगर कोई सोचता है कि रूस ने विमान पर हमला कराया है, तो यह सिर्फ बेवकूफी है. पुतिन की ओर से यह भी कहा गया है कि इस क्रैश का जिम्मेदार यूक्रेन ही है, क्योंकि जिसकी सीमा में घटना होती है, उसे जिम्मेदारी लेनी होती है.
रूस की मिसाइल ने हुआ विमान पर हमलाः यूक्रेन
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि यह आतंकी हमला है. यूक्रेन सरकार से इसमें कोई हाथ नहीं है. वहीं यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार एटॉन हेराशचेको ने आरोप लगाया है कि जिस मिसाइल से विमान को निशाना बनाया गया, वह बक लॉन्चर से छोड़ा गया था और यह लॉन्चर रूस में बनता है. एटॉन के मुताबिक ये लॉन्चर जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली का हिस्सा है.
यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि रूसी सेना यूक्रेन में विद्रोहियों को आधुनिक हथियार मुहैया करा रही है. वहीं यूक्रेन के अलगाववादी नेता बोरडाइ ने आरोप लगाया है कि इस यात्री विमान को यूक्रेन ने ही मार गिराया है.
यूक्रेन की एक खुफिया एजेंसी ने दावा किया है कि मलेशियाई एयरलाइंस के विमान पर हमला रूस समर्थक विद्रोहियों ने किया है और इसके सबूत भी उसके पास हैं. एजेंसी के मुताबिक उन्होंने रूस समर्थक विद्रोहियों के दो फोन टेप किए हैं. पहले फोन रिकॉर्ड में विद्रोही कमांडर आइगोर बेज़लेर रूसी खुफिया विभाग के अधिकारी से कह रहे हैं कि विद्रोही सेना ने एक विमान को मार गिराया है.
दोषियों को सजा दिलाकर दम लेंगेः मलेशिया
जैसे ही इस विमान के क्रैश होने की खबर आई, मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने तुरंत जांच शुरू करने का आदेश दे दिया. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर विमान पर हमला किया गया है, तो दोषियों को सजा दिलाकर रहेंगे. मलेशिया अपने नागरिकों की रक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है. हमारे बेगुनाह लोगों की मौत पर हम चुप नहीं बैठेगें और उच्चस्तरीय जांच करायेंगे. मलेशियाई एयरलाइंस के मुताबिक एम्सटर्डम से उड़ान भरने के चार घंटे बाद ही विमान का संपर्क टूट गया.
वारजोन के उपर क्यों उडान भरा विमान ने
अब सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि रूस के वारजोन वाले क्षेत्र के उपर से मलेशियन विमान क्यों उडान भर रहा था. सूत्र यह भी बता रहे हैं कि जहां पर विमान के साथ यह हादसा हुआ वह विमान का निर्धारित मार्ग था ही नहीं. आम तौर पर यह क्षेत्र लडाइयों के बावजूद भी नागरिकों के लिए सेफ माना जाता है. ऐसे में केवल रासता भटक जाने की वजह से विमान को मार गिराना किसी भी देश को हजम नहीं हो रहा है. विभिन्न देशों की ओर से रूस को इस हमले का दोषी माना जा रहा है. और दोषी नहीं होने की स्थिति में जांच में पूरा सहयोग करने की बात कही जा रही है.
मलेशियाई एयरलाइंस के यात्री विमान के साथ पिछले छह महीने में यह दूसरी बड़ी घटना है. इससे पहले मार्च में कुआलालंपुर से बीजिंग जा रही फ्लाइट एमएच 370 भी क्रैश हो गई थी और आज तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है. इस फ्लाइट में 239 यात्री सवार थे. कहा गया कि यह फ्लाइट दक्षिणी हिंद महासागर में क्रैश हुई थी, लेकिन आज तक इसका कोई सुराग नहीं मिला है.