इस्लामाबाद : भारतीय सेना की ओर से जम्मू-कश्मीर के एक पत्थरबाज को जीप की बोनट से बांधने वाले सैन्य अधिकारी मेजर लीतुल गोगोई को दिये गये सम्मान को पाकिस्तान पचा नहीं पा रहा है. भारत की ओर से सैन्य अधिकारी को पुरस्कार दिये जाने के बाद पाकिस्तान ने निंदा की है. पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकरिया ने कहा कि कश्मीरी युवक का मानव ढाल के रूप में बेशर्मी से इस्तेमाल करने वाले मेजर लीतुल गोगोई को पुरस्कृत करना निंदनीय है. यह एक अपराध है और इंसानियत का अपमान है.
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जकारिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय खासकर संयुक्त राष्ट्र को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लागू करने के लिए कश्मीर से सेना हटायी जानी चाहिए, ताकि कश्मीरी लोग आत्मनिर्णय के अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सकें. उन्होंने भारत पर पाकिस्तान में आतंकवाद की साजिश रचने और वित्तपोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव ने इसे स्वीकार किया है.
जाधव के मामले में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के आदेश के बारे में जकरिया ने कहा कि पाकिस्तान मामले की अगली सुनवाई के लिए तैयारी कर रहा है. जकरिया ने कहा कि भारत यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि पाकिस्तान आईसीजे में लड़ाई का पहला हिस्सा हार गया है. जकरिया ने कहा कि अंतिम फैसले के लंबित होने तक जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगाना प्रावधिक कदम है और जो लोग इससे जुड़े हैं, उन्होंने भी इसे हार करार नहीं दिया है.