वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने विज्ञान और इंजीनियरिंग पेशेवरों को दिये जाने वाले सर्वोच्च सम्मान के लिए चार भारतीय-अमेरिकियों को चुना है. यह सम्मान पेशेवरों को उनके शोध करियर के शुरुआती चरणों में दिया जाता है जो नवाचार के जरिये अमेरिका को एक कदम आगे रखने में मदद देते हैं.
इन चारों का नाम 102 वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं की उस सूची में शामिल है जिन्हें प्रेसिडेंशियल अर्ली करियर अवॉर्ड्स फॉर साइंटिस्ट्स ऐंड इंजीनियर्स (पीइसीएएसइ) सम्मान दिया जायेगा. ये वैज्ञानिक हैं मांटक्लेयर स्टेट यूनिवर्सिटी के पंकज लाल, नॉर्थईस्टन यूनिवर्सिटी के कौशिक चौधरी, माउंट सिनाई के इकान स्कूल ऑफ मेडिसीन के मनीष अरोड़ा और लॉस एंजिलिस स्थित कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की आराधना त्रिपाठी.
विज्ञान और इंजीनियरिंग पेशेवरों को उनके स्वतंत्र रिसर्च करियर के शुरुआती चरणों में अमेरिकी सरकार द्वारा दिया जाना वाला यह सर्वोच्च सम्मान है. ओबामा ने कहा, ‘‘मैं बेहतरीन वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को उनके प्रभावशाली काम के लिए बधाई देता हूं. ये इनोवेटर्स अमेरिका को एक कदम आगे रखने की दिशा में मदद दे रहे हैं.” इस सम्मान की शुरुआत पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में वर्ष 1996 में हुई थी.