रामायण में सीता, चिड़ियाघर में मयूरी व नच बलिए में पति गुरमीत चौधरी के साथ देबिना बनर्जी डांसिंग पार्टनर बनी हुई हैं. इस चैलेंजिंग लाइफ के पीछे कौन-सी बातें हैं, जो उन्हें परफेक्ट बनाये रखती हैं, बता रही हैं देबिना.
मेरे लिए फिटनेस का मतलब शारीरिक ही नहीं, मानसिक तौर पर भी फिट रहना है. माइंड को रिलैक्स करने की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. यही वजह है कि मैं और गुरु (गुरमीत चौधरी) जब भी टाइम मिलता है, काम से ब्रेक लेकर घूमने चले जाते हैं. लंबी छुट्टी नहीं मिलती तो भी एक-दो दिन ही सही, हम मोबाइल स्विच ऑफ कर एक-दूसरे के साथ समय बिताना पसंद करते हैं. आप वह करिए, जो आपको अच्छा लगता है फिर चाहे म्यूजिक सुनिए या अपने खास दोस्त के साथ समय बिताइए.
हॉर्स राइडिंग इंज्वॉय करती हूं
बचपन से ही कथक सीख रही हूं. हर दिन जिम्नैस्टिक्स करती हूं. इससे शरीर फ्लेक्सिबल बना रहता है. हर दिन कम से कम 90 मिनट एक्सरसाइज करती हूं. कभी कार्डियो तो कभी वेटिंग ट्रेनिंग. पति कहिए या फ्रेंड, गुरु ही मेरे ट्रेनर हैं. उन्होंने ही किक बॉक्सिंग से मेरा परिचय करवाया. किक बॉक्सिंग और हॉर्स राइडिंग को मैं बहुत इंज्वॉय करती हूं.
मेरी डायट
दिन की शुरुआत ग्रीन टी और ताजे अनार के जूस के साथ होती है. नाश्ते में केला, दूध, अंडे की सफेदी से बना टोस्ट होता है. लंच में ब्राउन राइस, दाल, सलाद लेती हूं. शाम में सूखे मेवे खाती हूं. डिनर में फ्राई मछली या बिरयानी रायता सिंपली लेती हूं. गेहूं की रोटी नहीं खाती हूं. मेरा जो ब्लड ग्रुप है, उसमे गेहूं की रोटी का आसानी से पाचन नहीं होता. इसलिए मैं अपने डायट में रोटी शामिल नहीं करती. जो लोग यह सोचते हैं कि सिर्फ प्रोटीन या सिर्फ फ्रूट खाने से आप स्लिम हो सकते हैं, तो गलत हैं. जरूरत से ज्यादा कुछ भी हानिकारक होता है. हां, दुबले होने के लिए मुङो लगता है कि सादे पानी के बजाये गुनगुने पानी को पिएं तो अच्छा होता है.