नयी दिल्ली : माना जाता है कि हनुमान जी को अमरत्व का वरदान मिला है और वह आज भी सशरीर हमारे बीच रहते हैं. क्या आपको पता है कि वह रहते कहां हैं? पवन पुत्र हनुमान रहते हैं राजस्थान के सीकर जिले में. जी हां, सरकार की महत्वाकांक्षी आधार कार्ड योजना के तहत बने कार्ड में तो उनका यही पता लिखा गया है. लेकिन उसे लेने के लिए अभी तक कोई नहीं आया.
बजरंगबली का पता आधार कार्ड पर पता लिखा है, ‘हनुमानजी, पुत्र पवन जी, वार्ड नंबर 6 पंचायत समिति के पास , दांतारामगढ़ जिला सीकर (राजस्थान). आधार कार्ड बेंगलुरु से बन कर आया हुआ है. लेकिन डाकिया चार पांच दिनों से आधार कार्ड देने के लिए हनुमानजी को खोज रहा है लेकिन हनुमानजी मिल नहीं रहे हैं. कार्ड पर फोटो भी गदाधारी का सीकर जिले के दांतारामगढ़ डाकघर के पोस्टमास्टर गोबराज ने बताया ‘ आधार कार्ड पर हनुमानजी (गदाधारी हनुमान) का फोटो है , आधार कार्ड में हनुमानजी की जन्म तिथि 01-01-1959 मोबाइल नंबर 9680277444 लिखा हुआ है.
हनुमानजी की फोटो वाला आधार कार्ड का क्रमांक 209470519541, नांमाकन क्रम 1018-18252-01821 और कार्ड धारक के हस्ताक्षर के स्थान पर अंगूठे का निशान लगा हुआ है. ‘ उन्होंने बताया कि हनुमानजी की फोटोयुक्त आधार कार्ड बेंगलुरु सेेे 14 अगस्त 2014 को पोस्ट किया गया और दांतारामगढ़ पोस्टआफिस में यह आधार कार्ड 6 सितंबर 2014 को प्राप्त हुआ. दांतारामगढ के डाकियेेे हीरा लाल सैनी इस आधार कार्ड को लेकर दो दिन तक ‘हनुमानजी पुत्र पवन जी ‘को ढंूढ़ते रहे. नहीं मिलने पर पोस्टआफिस में आकर आधार कार्ड धारक को पहंुचाने की गरज से लिफाफे को खोला गया था.’ बंद है मोबाइल नंबर इधर पोस्टमास्टर द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार आधार कार्ड पर दर्ज मोबाइल नंबर 9680277444 इस समय स्वीच ऑफ आ रहा है.
उन्होने कहा कि शुरुआती तौर पर यह कार्ड विकास नामक युवक द्वारा बनवाये जाने की जानकारी मिली है लेकिन इस बारे में अन्तिम रूप से मैं कुछ नहीं कह सकता. पोस्टमास्टर गोबराज ने कहा कि इस आधार कार्ड को वापस बेंगलुरु के पते पर भेज दिया जायेगा. आधार में सरनेम के आगे गालियां लापरवाही का यह अकेला मामला नहीं है.
आप यह जानकर हैरान रह जायेंगे कि पिछले हफ्ते हुगली में कई लोगों को ऐसे आधार कार्ड मिले, जिनमें उनके सरनेम के आगे बांग्ला में गालियां लिखी गयी थीं. उदाहरण के लिए कृष्ण चंद्र भौमिक नाम के शख्स के सरनेम भौमिक के आगे बोकाच** जोड़ा गया था. उनके पिता के नाम की जगह कुत्ता लिखा हुआ था और लिंग भरा था ट्रांसजेंडर . कम से कम 12 लोगों को इसी तरह का आधार कार्ड मिला है.