रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में कुल 127 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में थीं, जिनमें से प्रमुख उम्मीदवारों की बात करें तो नीरा यादव, लुईस मरांडी, महुआ माजी, सुनीता चौधरी, सीता सोरेन, पूर्णिमा सिंह एवं अंबा प्रसाद के चुनाव परिणाम पर सबकी नजर टिकी है.
सबसे चौंकाने वाला परिणाम कोडरमा से आया है, जहां 2014 के चुनाव में भाजपा को जिताने वाली नीरा यादव पिछड़ती नजर आ रही थी, लेकिन सातवें राउंड की मतगणना में वे 300 मतों से अंतर से आगे हो गयीं हैं. मतगणना की शुरुआत से ही वे राजद के अमिताभ कुमार से पिछड़ी हुई थीं. कोडरमा सीट राजद का गढ़ माना जाता है, जहां से राजद में रहते हुए अन्नपूर्णा देवी विधायक रहीं थीं और पहली बार कोडरमा से भाजपा को जीत दिलायी थी.
लुईस मरांडी ने 2014 के चुनाव में झामुमो के परंपरागत सीट दुमका से हेमंत सोरेन को शिकस्त देकर पार्टी में अपना कद काफी ऊंचा कर लिया था, लेकिन इस बार वे यहां पिछड़ती नजर आ रही हैं. हालांकि अभी उनकी स्थिति बहुत खराब नहीं है और वे वापसी कर सकती हैं, लेकिन फिलहाल वे हेमंत सोरेन से 1,566 वोट से पीछे हैं.
रांची विधानसभा क्षेत्र से झामुमो की उम्मीदवार महुआ माजी भाजपा के सीपी सिंह से मतगणना की शुरुआत से ही पीछे चल रही हैं. वे लगभग 20 हजार मतों से पिछड़ रही हैं. हालांकि ऐसी संभावना जतायी जा रही थी कि महुआ का प्रदर्शन इस बार अच्छा रहेगा और वे सीपी सिंह को शिकस्त देंगी.
पूर्णिमा सिंह कांग्रेस उम्मीदवार हैं और अपने परिवार की ही सदस्य रागिनी सिंह जो भाजपा उम्मीदवार हैं, के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. पूर्णिमा सिंह अभी काफी आगे चल रही हैं.
सीता सोरेन जामा विधानसभा सीट से पीछे चल रही हैं. वे यहां से पहले विधायक रह चुकी हैं. वे शिबू सोरेन की पुत्रवधू हैं. वे भाजपा के सुरेश मुरमू से पीछे चल रही हैं. सीता सोरेन शिबू सोरेन के पुत्र दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं.
अंबा प्रसाद बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र से इस बार कांग्रेस प्रत्याशी हैं और लगातार बढ़त बनाये हुए है. वे आजसू के रौशन लाल चौधरी से आगे चल रही हैं. अंबा प्रसाद वर्तमान विधायक निर्मला देवी और पूर्व विधायक योगेंद्र साव की पुत्री हैं.