मेलबर्न : बकरी के दूध के डिब्बाबंद शिशु आहार में प्री-बायोटिक होते हैं. इसमें संक्रमण से बचाने वाले गुण होते हैं, जो कि शिशुओं के पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं. ‘प्री बायोटिक’ भोजन में पाये जाने वाले ऐसे तत्व हैं, जो आंतों में मौजूद फायदेमंद सूक्ष्मजीवियों जैसे बैक्टीरिया और फंगई को बढ़ने में मदद करते हैं.
एक नये अध्ययन में यह बात सामने आयी है. इस अध्ययन में ओलिगोसैकराइड्स (एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट) पर ध्यान केंद्रित किया गया. यह एक प्रकार का प्री-बायोटिक है, जो पेट के लिए फायदेमंद जीवाणुओं के बनने को बढ़ाता है और नुकसादेह जीवाणु से सुरक्षा करता है.
ऑस्ट्रेलिया के आरएमआइटी विश्वविद्यालय में किये गये शोध में पाया गया कि बकरी के दूध के आहार में 14 प्रकार के प्राकृतिक प्री-बायोटिक ओलिगोसैकराइड्स पाये जाते हैं. इनमें से पांच मां के दूध में भी मौजूद होते हैं. ‘ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रीशियन’ में प्रकाशित अध्ययन में सबसे पहले बकरी के दूध के शिशु आहार में ओलिगोसैकेराइड्स की विविधता और मां के दूध से इसकी समानता की बात सामने आयी थी.
विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हरशरन गिल कहते हैं, ‘यह अध्ययन इस बात की ओर इशारा करता है कि बकरी के दूध के शिशु आहार में प्री-बायोटिक ओलिगोसैकराइड्स पेट में स्वस्थ जीवाणुओं को बनने में बढ़ावा देने में काफी असरदार है.’
शोधकर्ताओं को दो प्रकार के ओलिगोसैकराइड्स-फ्यूकोसाइलेटेड और सिएलीलेटेड का पता चला, जो बकरी के दूध के आहार में मौजूद होते हैं. इनमें से फ्यूकोसाइलेटेड मां के दूध में भरपूर मात्रा में पाया जाता है.