ऑ नलाइन लर्निंग युवाओं के लिए अपने पसंदीदा विषय की जानकारी प्राप्त करने का बेहतरीन प्लेटाफॉर्म साबित हुआ है. सीखने-सिखाने की इस प्रकिया को और भी आसान बनाने के लिए अब वॉइस टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाने लगा है. आज युवा लर्निंग के लिए वॉइस टेक्नोलॉजी की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं.
लर्निंग के क्षेत्र में शामिल होनेवाले वॉइस टेक्नोलाॅजी के ट्रेंड ने सरकारी, गैर-सरकारी इंस्टीट्यूट्स, कॉलेजेस और यूनिवर्सिटीज को प्रभावित करना शुरू कर दिया है. आइये डालते हैं एक नजर वॉइस टेक्नोलाॅजी पर आधारित लर्निंग के कुछ ऐसे प्लेटफॉर्म पर, जिनका प्रयोग आप अानेवाले समय में डिजिटल लर्निंग के क्षेत्र में देख सकते हैं.
जानें वॉइस टेक्नोलॉजी का माध्यम
वॉइस टेक्नोलॉजी के अनुसार लर्निंग प्लेटफॉर्म को स्टेटिक एवं डायनामिक दो माध्यमों में बांटा गया है.
स्टेटिक इंटरेक्शन : इस माध्यम से केवल एकतरफा इंटरेक्शन शामिल है. यह वॉइस टेक्नोलॉजी लर्निंग का पारंपरिक तरीका है, जिसमें लर्नर को किसी कोर्स के लिए साइन-अप करना होता है और शिक्षक की ओर से कोर्स के कांसेप्ट को समझानेवाले वीडियो एवं ऑडियो फाइल्स लर्नर को उपलब्ध करा दिये जाते हैं.
लर्निंग के इस माध्यम में किसी प्रकार की लाइव क्वेश्चनिंग या इंटरेक्शन शामिल नहीं होता.
डायनामिक इंटरेक्शन : लर्निंग की इस प्रक्रिया में दो-तरफा बातचीत होती हैं, जिसमें शिक्षक और छात्र इस तरह से बातचीत करते हैं मानो वे आमने-सामने हों. यहां तक कि कुछ कोर्स ऐसे हैं, जो गूगल हैंगआउट के माध्यम से ग्रुप चैट भी कराते हैं. वहीं एमजॉन एलेक्सा के आने के बाद से अब लर्नर्स के लिए प्रश्न पूछना और शिक्षक की ओर से उसका उत्तर प्राप्त करना आसान हो गया है.
रोसेटा स्टोन बेहतरीन वॉइस लर्निंग एप
रोसेटा स्टोन एक ऑनलाइल डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म है, जो लर्नर्स को विभिन्न भाषाएं सीखने का प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है. यह डायनामिक इंटरेक्शन लर्नर्स को वॉइस-टेक इंटीग्रेशन के माध्यम से विभिन्न भाषाओं को सीखने की सुविधा देता है. इस डायनामिक इंटरेक्शन एप का इंजन ट्रूएक्सेंट स्पीच रिकग्नाइजेशन साॅफ्टवेयर पर काम करता है.
लर्नर जब इसके माध्यम से विभिन्न भाषाओं को सीखना शुरू करता है, तो उसकी स्पीच को यह एप हजारों नेटिव स्पीकर तक पहुंचाता है, फिर लर्नर के एक्सेंट और प्रोनाउंसिएशन को ठीक कर यह एप उसे बोलने का सही तरीका बताता है. ट्रूएक्सेंट लर्नस को प्रतिक्रिया प्रदान करता है और उन्हें भाषा के मूल वक्ताओं से भाषा सीखने में मदद करता है. यह डायनामिक इंटरेक्शन एआई और वॉइस-टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके लर्नर की सीखने की प्रक्रिया को बेहतर बनाता है.
लोकप्रिय है एलेक्सा स्किल्स
एलेक्सा अमेजन का एआई फीचर से लैस वर्चुअल असिस्टेंट है. ये डेडिकेटेड हब के जरिये काम करता है. ये डिवाइस मुंह से दिये गये निर्देशों के अनुसार काम करती है. लर्नर को इसे एक्टिवेट करने के लिए बस एलेक्सा बोलना होता है. भारतीय बच्चों के लिए अमेजन ने 350 से अधिक एलेक्सा स्किल्स लांच किये हैं. एक्टिवेट किये जाने पर एलेक्सा बच्चों से दिमाग की कसरत करनेवाले सवाल पूछती है और जानकारियां देती है.
एलेक्सा बच्चों को शिक्षित करने, उन्हें मजेदार तरीके से सीखने का मौका देती है. इसी के चलते कुछ यूनिवर्सिटीज ने छात्रों को सीखने का सरल माध्यम देने के लिए इंटीग्रेटिंग एलेक्सा स्किल्स को अपने कोर्सेज में शामिल करना शुरू कर दिया है. ब्रिटेन की लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी ने हाल में छात्रों की जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए एलेक्सा का उपयोग नेविगेट करने में मदद के लिए शुरू किया है. एलेक्सा स्किल्स, जिसे यूनिवर्सिटी में आस्क एलयू से संबोधित किया जाता है, छात्रों को कैंपस की खबरें और उनके ग्रेड्स के बारे में पूरी जानकारी देने में सहायक है.