नयी दिल्ली : कांग्रेस आलाकमान ने सोमवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए मुंबई प्रदेश इकाई में बड़ा फेरबदल किया है. इसमें उसने मुंबई प्रदेश कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष संजय निरूपम को जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है और पूर्व केंद्रीय मंत्री को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप दी है. वहीं, प्रदेश इकाई के वर्तमान अध्यक्ष संजय निरूपम को उत्तर-पश्चिम मुंबई से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया है. इसके साथ ही, कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की 25 और महाराष्ट्र की एक लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है.
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कांग्रेस ने सोमवार को पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में लोकसभा की 26 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किये, जिनमें प्रमुख नाम संजय निरुपम का है. संजय मुंबई (उत्तर-पश्चिम) सीट से टिकट दिया गया है. पार्टी की ओर से जारी सूची के मुताबिक पश्चिम बंगाल में 25 और महाराष्ट्र में एक सीट के लिए उम्मीदवार घोषित किये गये हैं। निरूपम को मुंबई (उत्तर-पश्चिम) से उम्मीदवार बनाया गया है.
लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की ओर से यह उम्मीदवारों की 10वीं सूची जारी की गयी है. इससे पहले पार्टी उत्तर प्रदेश एवं कुछ अन्य राज्यों के लिए नौ बार में कुल 227 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है, जिनमें संप्रग सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नाम भी शामिल हैं.
एक अन्य घटनाक्रम के अनुसार, कांग्रेस की मुंबई इकाई के नेताओं के बीच लंबे समय से चली आ रही खींचतान की पृष्ठभूमि में सोमवार को पार्टी ने संजय निरूपम को अध्यक्ष की जिम्मेदारी से मुक्त करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा को कमान सौंप दी. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर जारी बयान के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देवड़ा को मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी निरूपम के योगदान की सराहना करती है.
गौरतलब है कि मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में मतभेद की खबरें लंबे समय से आ रही थीं. कुछ नेताओं ने निरूपम के खिलाफ खुलकर नाराजगी जाहिर की थी. हाल ही में, देवड़ा और संजय निरुपम के बीच मतभेद की खबरें आयी थीं. सूत्रों के मुताबिक, मुंबई कांग्रेस के कई बड़े नेता संजय निरूपम के खिलाफ थे और उन्हें पद से हटाने की मांग कर रहे थे.
बीते 9 फरवरी को मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कृपाशंकर सिंह और नसीम खान ने पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे से नयी दिल्ली में मुलाकात कर पार्टी की मुंबई इकाई के प्रमुख संजय निरूपम को पद से हटाने की मांग की थी. मुंबई कांग्रेस की जिम्मेदारी से मुक्त करने की घोषणा करने वाले दिन ही पार्टी ने उन्हें मुंबई (उत्तर-पश्चिम) ने उन्हें टिकट दिया.
कभी शिवसेना के तेजतर्रार नेताओं में शुमार निरूपम कांग्रेस में शामिल होने के बाद कई अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों भी रहे हैं. वह मुंबई उत्तर से 2009 में लोकसभा सदस्य भी निर्वाचित हुए थे. हालांकि, 2014 के चुनाव में वह भाजपा के गोपाल शेट्टी से हार गये थे. शिवसेना में रहते हुए वह राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं.
दूसरी तरफ, मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रह चुके मिलिंद देवड़ा इस बार भी दक्षिण मुंबई से उम्मीदवार हैं. वह इस सीट से पहले 2004 और 2009 में निर्वाचित हुए. हालांकि, 2014 लोकसभा चुनाव में वे भी शिवसेना के अरविंद सावंत से हार गये थे.