वाशिंगटन : संसद के पूर्व सदस्य अली रजा आबिदी की हत्या से चिंतित आत्म निर्वासन में अमेरिका में रह रहे पाकिस्तानी असंतुष्टों के एक समूह ने उनके हत्यारों को न्याय के दायरे में लाने की मांग की है.
साउथ एशियंस अगेंस्ट टेररिज्म एंड फॉर ह्यूमन राइट्स (एसएएटीएच) की संचालन समिति के सदस्यों ने गुरुवार को आबिदी की हत्या पर एक बयान में कहा, ‘हम पूर्व सांसद और एमक्यूएम के वरिष्ठ नेता सैयद अली रजा आबिदी की जघन्य हत्या से सकते में हैं और आतंकित हैं. हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं.’
आबिदी की कराची में उनके घर के बाहर मोटरसाइकिल पर सवार होकर आये दो बंदूकधारियों ने रविवार को हत्या कर दी थी. घटना उस वक्त हुई थी, जब वह अपने कार्यालय से घर लौट रहे थे.
एसएएटीएच ने कहा, ‘यह हत्या पाकिस्तानी प्रतिष्ठान और कृत्रिम रूप से चुनी गयी इसकी असैन्य सरकार की ओर से कराची में शांति और सुरक्षा बहाल करने के झूठे दावों के बीच हुई है.’
संगठन ने कहा, ‘हम हत्यारों को न्याय के दायरे में लाने की मांग करते हैं. सिर्फ इस खेल के प्यादों को ही नहीं, बल्कि सरगनाओं को भी न्याय के दायरे में लाया जाये.’
संगठन ने पाकिस्तान के भीतर नागरिक अधिकारों और असहमति की घटती गुंजाइश पर वाशिंगटन डीसी में हाल में एक सम्मेलन का भी आयोजन किया था.
बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में स्तंभकार गुल बुखारी और डॉ मोहम्मद ताकी, निर्वासित पत्रकार तहा सिद्दीकी और अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी समेत संगठन की 28 सदस्यीय संचालन समिति के अन्य सदस्य शामिल हैं.
एक अलग बयान में वॉयस ऑफ कराची के अध्यक्ष नदीम नुसरत ने आबिदी की हत्या के लिए साफतौर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को जिम्मेदार ठहराया. अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य थॉमस गैरेट ने भी एक ट्वीट करके आबिदी की हत्या की निंदा की.