वेटिकन सिटी : पोप फ्रांसिस ने अपने क्रिसमस के संदेश में मंगलवार को सीरिया और यमन जैसे संघर्षरत क्षेत्रों में शांति की अपील की, जहां आबादी दुनिया के सबसे बड़े मानवीय संकट का सामना कर रही है.
पोप ने सेंट पीर्ट्स स्क्वायर पर पारंपरिक ‘उरबी एंड ओरबी’ (शहर और विश्व के लिए) संदेश में कहा, खुशहाल क्रिसमस के लिए मेरी कामना भाईचारे की कामना है. सभी राष्ट्रों और संस्कृतियों के लोगों के बीच भाईचारा हो.
विभिन्न विचारों के लोगों के बीच भाईचारा हो. विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच भाईचारा हो. फ्रांसिस ने कहा कि उन्हें संघर्ष से तबाह हुए यमन में संघर्ष विराम की उम्मीद है, जो विनाशकारी युद्ध को खत्म करेगा, जहां 2015 से करीब 10,000 लोगों की मौत हो चुकी है और 1.4 करोड़ यमनी भुखमरी के कगार पर हैं.
उन्होंने कहा, यमन के साथ मेरी सहानुभूति है. उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा कराया गया संघर्षविराम जंग और भुखमरी से आजिज आ चुके बच्चों एवं लोागें के लिए राहत लेकर आयेगा.
पोप ने सीरिया में जंग का भी जिक्र किया, जहां से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने करीब 2,000 सैनिकों को वापस बुलाने का विवादित फैसला किया है. उन्होंने दलील दी है कि इस्लामिक स्टेट शिकस्त खा चुका है.
फ्रांसिस ने कहा, कामना करता हूं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय राजनीतिक समाधान के लिए दृढ़ता से काम करे. ताकि सीरियाई लोग, खासतौर पर, वे जो अपनी जमीन छोड़ कर कहीं और शरण लेने पर मजबूर हुए हैं, अपने देश में शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए लौट सकें. पोप ने यह भी उम्मीद जतायी कि इजराइल और फलस्तीन में नये सिरे से शांति वार्ता हो ताकि 70 साल से चल रहे संघर्ष का अंत हो सके.