खार्तूम : सूडान के युद्धग्रस्त दारफुर क्षेत्र में भारी बारिश के बाद एक पहाड़ी के ढह जाने से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गयी. एक विद्रोही समूह ने यह जानकारी दी.
समूह ने बुधवार को कहा कि सात सितंबर को दारफुर के जेबेल मार्रा पहाड़ी क्षेत्र में भू-स्खलन के चलते चट्टानों के घरों पर गिरने के बाद कई लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है.
यह अंदरूनी इलाका सूडान लिब्रेशन आर्मी-अब्दुल वाहिद (एसएलए-एडब्ल्यू) विद्रोही समूह के नियंत्रण में हैं. यहां से स्वतंत्र रूप से सूचना प्राप्त करना मुश्किल है.
एसएलए-एडब्ल्यू के प्रवक्ता मोहम्मद अल-नायर ने कहा, ‘सात सितंबर को पूर्वी जेबेल मार्रा में एक गांव पर पहाड़ी का एक हिस्सा ढहने से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गयी.’
उन्होंने बताया, ‘दर्जनों लोग अब भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं. पूरा गांव बर्बाद हो गयाहै.’ साथ ही उन्होंने बताया कि जो लोग बच गये, वह अब बिना किसी शरण के खुले में रह रहे हैं.
फर जनजाति के शूरा परिषद ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की. परिषद के महासचिव अमीन महमूद ओस्मान ने कहा, ‘हम संयुक्त राष्ट्र, एनजीओ और सरकार से लापता लोगों को ढूंढ़ने और खुले में रह रहे लोगों को शरण मुहैया कराने में हमारी मदद करने की अपील करते हैं.’