वाशिंगटन : शीर्ष भारतीय अमेरिकी डेमोक्रेट सांसदों ने ट्रंप प्रशासन की एच-1बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों का कार्य परमिट या नौकरी करने की अनुमति को रद्द करने की योजना का विरोध किया है. बराक ओबामा प्रशासन ने एच -1 बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को कानूनी तौर पर अमेरिका में काम करने की अनुमति दी थी. ट्रंप प्रशासन एच-1बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को मिली कानूनी तौर पर काम करने की अनुमति को रद्द करने की तैयारी कर रहा है. इस कदम से हजारों भारतीय प्रभावित होंगे.
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ओबामा प्रशासन के नियम को रद्द करने से 70,000 से अधिक एच-4 वीजाधारक प्रभावित होंगे. भारतीय अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल ने यहां यूएस इंडिया फ्रेंडशिप काउंसिल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि एच-4 वीजा उन्हीं महिलाओं को मिलता है, जो पात्र होती हैं. कई बार तो वे अपने पति से भी अधिक योग्यता रखती हैं, लेकिन वे काम नहीं कर पातीं. प्रतिनिधि सभा में चुनी गयी पहली भारतीय अमेरिकी महिला सांसद जयपाल ने कहा कि मैं एच -4 वीजा को रद्द करने का विरोध करती हूं.
जयपाल ने बुधवार को आयोजित सम्मेलन में परिवार आधारित आव्रजन प्रणाली की भी वकालत की. इस सम्मेलन को कई अन्य डेमोक्रेट सांसदों जोए क्राउली, एमि बेरा और राजा कृष्णमूर्ति ने भी संबोधित किया. रिपब्लिकन सीनेटर थाम टिलिस ने कहा कि एच-1बी से देश में ऐसी प्रतिभा आती है, जिनकी जरूरत है. राष्ट्रपति ट्रंप को इसकी जानकारी है और वह चाहते हैं कि ऐसी आव्रजन प्रणाली होनी चाहिए, जो प्रतिभाओं को आकर्षित कर सके और रोक सके.