इस्लामाबाद : पाकिस्तान हमेशा कश्मीर की आड़ में भारत पर यह आरोप लगाता रहा है कि यहां मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है और मुसलमानों पर अत्याचार होता है, लेकिन वह खुद अपने घर की स्थिति नहीं देखता, जहां अल्पसंख्यक हिंदुओं पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं. ताजा मामला एक हिंदू लड़की के जबरन धर्मांतरण का है. कलीन दीन ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है कि एक हिंदू निशा को जबरन इस्लाम कबूल कराया गया और उसकी शादी एक मुसलमान लड़के से करा दी गयी है. निशा का अपहरण कर उसे मदरसा ले जाया गया और जबरन उसका धर्मांतरण करा दिया दिया गया. यह मामला सिंध के घोटकी जिले का है.
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निशा का नाम बदलकर सकीना कर दिया गया है और उसे यह कबूल करने के लिए बाध्य किया गया कि उसने अपनी इच्छा से धर्मांतरण किया है. निशा के पिता दीवान मल ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत की है और अपनी बेटी की रक्षा के लिए गुहार लगायी है. मानवाधिकार कार्यकर्ता कपिलदेव सिंधी ने भी आरोप लगाया है कि निशा को जबरन मुसलमान बनाया गया है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी से जुड़े जफर शाह ने ट्वीट किया है कि क्या निशा को जबरन सकीना बनाना पाकिस्तान में हिंदुओं का संहार नहीं है?
गौरतलब है कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत से हिंदू लड़कियों का अपहरण कर जबरन धर्मांतरण की खबरें आती रहती हैं. इसके विरोध में यहां वर्ष 2012 में सांसदों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था और अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने की मांग की थी, लेकिन नतीजा सिफर है और आज भी यहां लड़कियों का अपहरण कर धर्मांतरण का सिलसिला जारी है.