वाशिंगटन : उत्तर कोरिया ने अपनी हालिया इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल के सफल परीक्षण पर खुशी जाहिर की है और अमेरिका को कड़ी चेतावनी दी है. उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शीर्ष नेता किम जोंग-उन ने कहा कि टेस्ट में यह साबित हो गया है कि अब पूरा अमेरिका उनकी जद में है. अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने उत्तर कोरिया के हालिया बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण की निंदा करते हुए कहा कि उत्तर कोरिया की परमाणु हथियारों की ‘ ‘लगातार ‘ ‘ होड के लिए रुस और चीन ‘ ‘विशिष्ट और खास तौर पर जिम्मेदार ‘ ‘ हैं.
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उन्होंने उत्तर कोरिया की अलग थलग पड़ी सरकार को परमाणु हथियार कार्यक्रम के वास्ते ‘ ‘प्रमुख आथर्कि सहायता ‘ ‘ मुहैया कराने के लिए रुस और चीन को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कई प्रस्तावों का उल्लंघन किया है. टिलरसन ने सभी देशों से उत्तर कोरिया के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की अपील की. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को मजबूत करने के लिए कहा ताकि यह सुनिश्चित किया जाये कि उत्तर कोरिया ‘ ‘परमाणु हथियारों की लगातार होड़ करने तथा इनका इस्तेमाल करने के लिए नतीजे ‘ ‘ भुगते.
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उत्तर कोरिया ने एक महीने के भीतर शुक्रवार देर रात दूसरी अंतर्महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया. जापान के समुद्र में गिरने से पहले इस मिसाइल ने करीब 1,000 किलोमीटर की दूरी तय की. टिलरसन ने कहा, ‘ ‘उत्तर कोरिया को परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए आथर्कि मदद मुहैया कराने के वास्ते चीन और रुस क्षेत्र जिम्मेदार हैं. दोनों देश वैश्विक स्थिरता में खतरा पैदा करने के लिए विशिष्ट और खास तौर पर जिम्मेदार हैं. ‘ ‘ उन्होंने कहा कि अमेरिका कोरियाई प्रायद्वीप को शांतिपूर्ण तरीके से परमाणु हथियार मुक्त बनाने और उत्तर कोरिया की ‘ ‘युद्धकारी कार्रवाई ‘ ‘ को खत्म करने की मांग करता है.