लंदन : भारत और पाकिस्तान में आतंकवाद का आंख मूंद कर समर्थन करनेवाले इमामों को लंदन के इमामों से सीखने की जरूरत है. ब्रिटेन में आतंकवादी हमला करनेवाले इनसानियत के दुश्मनों को इसलामी रीति-रिवाजों से कब्र में दफ्न होना भी नसीब न होगा. इनका अंतिम संस्कार कराने से ब्रिटेन के इमामों ने इनकार कर दिया है.
ब्रिटेन के इमामों ने घोषणा की है कि कि वे पारंपरिक तरीके से इन आतंकियों का अंतिम संस्कार नहीं करायेंगे. न ही नमाजे जनाजा पढ़ायेंगे. इन लोगों का कहना है कि इन आतंकियों ने इसलाम के खिलाफ जाकर गुनाह किया है, निर्दोषों का खून बहाया है.
इमामों ने कहा है कि ऐसे लोग पारंपरिक तरीके से अंतिम संस्कार पाने का हक नहीं रखते. इमामों ने कहा कि इन आतंकियों गुनाह-ए-अजीम किया है. यह गुनाह माफी के काबिल नहीं. उन्होंने जो किया है, इसलाम उसकी इजाजत नहीं देता. तमाम मुसलिम धर्मगुरुओं ने लंदन आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है.