Festive Season Online Shopping: डिजिटल खरीदारी का नया दौर
2025 के त्योहारी सीजन में शहरी भारत में ऑनलाइन शॉपिंग में जबरदस्त उछाल देखने को मिल सकता है. लोकल सर्किल्स की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इस साल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को प्राथमिकता देने वाले परिवारों की संख्या में 115% की वृद्धि की संभावना है. यह ट्रेंड न केवल उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव को दर्शाता है, बल्कि टेक्नोलॉजी की बढ़ती स्वीकार्यता और जीएसटी सुधारों के प्रभाव को भी उजागर करता है.
टेक्नोलॉजी ने बदली खरीदारी की परिभाषा
स्मार्टफोन की पहुंच, तेज इंटरनेट और यूजर-फ्रेंडली ऐप्स ने ऑनलाइन खरीदारी को पहले से कहीं अधिक आसान बना दिया है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग आधारित सिफारिशें अब उपभोक्ताओं को उनकी पसंद के अनुसार उत्पाद दिखाती हैं, जिससे खरीदारी का अनुभव और भी पर्सनलाइज़्ड हो गया है.
जीएसटी सुधारों से उपभोक्ता को राहत
सरकार द्वारा हाल ही में की गई जीएसटी दरों की युक्तिसंगतता ने व्हाइट गुड्स जैसे एसी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन और टीवी की कीमतों को कम किया है. इससे उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग में वृद्धि हुई है और लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इन उत्पादों को खरीदने के लिए अधिक उत्साहित हैं.
खर्च करने की योजना और उपभोक्ता व्यवहार
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि 37% शहरी भारतीय परिवार इस त्योहारी सीजन में ₹20,000 या उससे अधिक खर्च करने की योजना बना रहे हैं. वहीं, कुल त्योहारी खर्च ₹2.19 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. हालांकि, एक बड़ा वर्ग अब भी ऑफलाइन खरीदारी को प्राथमिकता देता है, लेकिन ऑनलाइन विकल्पों की विविधता और ऑफर्स उन्हें डिजिटल शॉपिंग की ओर आकर्षित कर रहे हैं.
भविष्य की दिशा: स्मार्ट शॉपिंग का युग
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स अब केवल खरीदारी के माध्यम नहीं रह गए हैं, बल्कि वे एक इकोसिस्टम बन चुके हैं जहा टेक्नोलॉजी, लॉजिस्टिक्स और डेटा एनालिटिक्स मिलकर उपभोक्ता को बेहतर अनुभव प्रदान करते हैं. आने वाले वर्षों में यह ट्रेंड और भी मजबूत होगा, खासकर जब AI और वर्चुअल रियलिटी जैसी तकनीकों का उपयोग खरीदारी में बढ़ेगा.
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