Google DeepMind ने एक ऐसा AI सिस्टम तैयार कर दिया है, जो कठिन से कठिन मैथ और कंप्यूटर साइंस के प्रॉब्लमस को चुटकियों में सॉल्व कर देगा. गूगल की AI रिसर्च लैब DeepMind में बनाए गए इस सिस्टम का नाम AlphaEvolve रखा गया है. AlphaEvolve को लेकर गूगल का दावा है कि यह अन्य AI टूल्स के मुकाबले कम गलतियां करेगा. क्योंकि, AlphaEvolve में एक खास तरह का सिस्टम इन्स्टॉल किया गया है. जिससे AlphaEvolve किसी भी सवाल का जवाब देने से पहले खुद उसे चेक करेगा. इसके लिए AlphaEvolve का परीक्षण भी किया जा चुका है. जिसमें वह 95% पास हो गया.
यह भी पढ़ें: Baba Vanga की डरावनी भविष्यवाणी हुई सच! बच्चे हों या बूढ़े, सभी इसकी लत में पड़े
कौन कर सकेगा AlphaEvolve का इस्तेमाल
गूगल का यह नया AlphaEvolve सिस्टम का इस्तेमाल हर कोई नहीं कर सकता है. कुछ ही लोग गूगल के इस नये एआई सिस्टम का इस्तेमाल कर सकेंगे. दरअसल, AlphaEvolve गूगल का ज्यादा एडवांस सिस्टम है. ऐसे में इसके इस्तेमाल के लिए गूगल बहुत जल्द एक प्रोग्राम शुरू करेगी. जिससे कुछ खास लोग ही AlphaEvolve के साथ इंटरेक्ट करने का मौका पा सकेंगे.
AlphaEvolve कहां आएगा काम
गूगल के इस नये एआई सिस्टम का इस्तेमाल ChatGPT, Perplexity या Gemini की तरह हर रोज नहीं किया जा सकेगा. AlphaEvolve सिर्फ मैथ्स और कंप्यूटर साइंस से जुड़े सवालों के ही जवाब देगा. ऐसे में इसका इस्तेमाल कंप्यूटर साइंस (Computer Science) और सिस्टम ऑप्टिमाइजेशन (System Optimization) के फील्ड में ही किया जा सकेगा. एक रिपोर्ट के अनुसार, सटीकता से जवाब देने के लिए AlphaEvolve को सवाल के साथ कुछ कोड या निर्देश भी जाएंगे, ताकि वह सही से बिना किसी गलती के जवाब दे पाए. सबसे खास बात यह है कि AlphaEvolve एक नया एल्गोरिदम (Algorithm) भी ईजाद कर सकता है.
यह भी पढ़ें: Smartphone में रील्स स्क्रॉल कर समय बर्बाद करने से अच्छा करें यह 5 काम, लाइफस्टाइल और प्रोडक्टिविटी होगी बेहतर
टेक्नोलॉजी की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें