भारतीय भाषाओं को आगे बढाने करने के उद्देश्य से गूगल ने इंडस्ट्री पार्टनर के साथ मिलकर इंडियन लैग्वेज इंटरनेट अलाइंस (आईएलआईए) का गठन किया है. यह एक ऐसा ग्रुप है जो भारतीय भाषाओं में बनाए गये कंटेंट को ऑनलाइन बढावा देगा. इस मौके पर गूगल ने एक हिंदी वायस सर्च भी लांच किया है.
इसे www. hindiweb.comवेबसाइट परलॉग इन करके देखा जा सकता है. यह वेबसाइट एक बार में अलग-अलग श्रेणियों जैसे ब्लॉग, समाचार, संगीत-मनोरंजन, खेल, शिक्षा ,ज्ञान, फैशन-सौन्दर्य, स्वास्थ्य ,टेक्नोलॉजी, भक्ति और पुस्तक-पत्रिकाओं जैसे कंटेंट के साथ तैयार किया गया है. इसके साथ ही गूगल हिंदी भाषी लोगों को ध्यान में रखकर एंड्रायड यूजरों के लिए फ्री वर्चुअल हिंदी कीबोर्ड तैयार किया है.
गूगल इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर रंजन आनंदन ने बताया कि इस पहल से साल 2017 तक गूगल अपने 500 मिलियन यूजरों के लक्ष्य को पूरा कर लेगी. जो फिलहाल करीब 200 मिलियन है. उन्होंने बताया कि लगभग 5 मिलियन यूजर हर रोज मोबाइल के जरिए गूगल से जुडते हैं, जबकि वे कि अंग्रेजी भाषी नहीं होते हैं. उन्होंने बताया कि भारत में 400 मिलियन लोगों के हिंदी भाषा का इस्तेमाल करने के बावजूद भी यहां केवल 22,000 विकीपीडिया पेज हैं जो हिंदी में हैं.
लांच के मौके पर उपस्थित सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर ने कहा ‘हम गूगल की इस नयी पहल का स्वागत करते हैं. हम भारतीय नयी टेक्नोलॉजी के लिए अनुकुलित हैं, निश्चित ही यह हमारे लिए लाभदायक साबित होगी.’
फिलहाल गूगल ने 15 पार्टनर के साथ मिलकर इस मिशन को आगे बढाने की पहल की है. इसमें जल्द ही और पार्टनरों के जुडने की संभावना है. गूगल अन्य भाषाओं जैसे तमिल, मराठी और बंग्ला मेुं भी यह फीचर लाने पर विचार कर रही है.