कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब 'अम्मा' बन गयी हैं. जी हां. पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी उर्फ ममता दीदी को दक्षिण भारत के तमिलनाडु में ममता 'अम्मा' बन गयी हैं. उन्हें तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक की नेता जयललिता की तरह 'अम्मा' बताते हुए चेन्नई में पोस्टर लगाये गये हैं.
टीएमसी दक्षिण भारत समेत देश के अलग-अलग राज्यों में तृणमूल कांग्रेस की पैठ बनाने की कोशिश कर रही हैं. यही वजह है कि 21 जुलाई को मनाये जाने वाले तृणमूल कांग्रेस के शहीद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में ममता बनर्जी के संबोधन को इस साल तमिलनाडु में तमिल भाषा में प्रसारित किया जायेगा.
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता की मानें, तो 21 जुलाई को ममता बनर्जी के भाषण को पश्चिम बंगाल में बड़े पर्दों पर प्रसारित किया जायेगा. पहली बार तमिलनाडु, दिल्ली, पंजाब, त्रिपुरा, गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे दूसरे राज्यों में भी ममता के भाषण का एलईडी स्क्रीन पर प्रसारण होगा. अलग-अलग राज्यों में वहां की स्थानीय भाषाओं में ममता बनर्जी के अनुवादित भाषण का प्रसारण होगा.
राष्ट्रीय राजनीति में अनुभव रखने वाली ममता बनर्जी 21 जुलाई के इस बड़े कार्यक्रम के बाद नयी दिल्ली का दौरा करेंगी. वहां वह 'पुराने और नये मित्रों' से मुलाकात करेंगी. बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा अरविंद केजरीवाल समेत तमाम भाजपा विरोधी दलों के नेताओं से वह मुलाकात करेंगी. ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष का चेहरा बनना चाहती हैं.

21 जुलाई को शहीद दिवस पर ममता का वर्चुअल संबोधन
यही वजह है कि वह अपनी पार्टी का विस्तार देश के अलग-अलग कोनों में करना चाहती हैं. 21 जुलाई को ममता बनर्जी बंगाल में बांग्ला भाषा में वर्चुअल संवाद करेंगी, जबकि प्रदेश के बाहर जिन राज्यों में उनका संबोधन होगा, वह वहां की स्थानीय भाषा में इसे प्रसारित किया जायेगा. वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से यह लगातार दूसरा साल है, जब ममता बनर्जी शहीद दिवस को वर्चुअली संबोधित करेंगी.

Posted By: Mithilesh Jha