सिलीगुड़ी: चैती छठ पूजा का दिन ज्यों-ज्यों नजदीक आ रहा है, सिलीगुड़ी के छठव्रतियों की चिंता भी बढ़ती जा रही है. क्योंकि महानंदा नदी के विभिन्न घाटों पर कचरे का अंबार लगा है. महानंदा नदी के मां संतोषी घाट की तो और भी दयनीय अवस्था है. नदी में कचरे की वजह से पानी का रंग भी काला पड़ गया है. यह अवस्था केवल पांच नंबर वार्ड के मां संतोषी घाट की नहीं है, बल्कि गंगानगर दो नंबर मां संतोषी घाट, हरि ओम घाट, एयरव्यू मोड़ के पास लाल मोहन मौलिक निरंजन घाट, गुरूंगबस्ती घाट, तुलसी घाट, गीता देवी छठ घाट के अलावा शिव शक्ति छठ घाट, पंचनई नदी छठ घाट, नौका घाट व अन्य की है.
मां संतोषी घाट पर प्रत्येक वर्ष चैती छठ पूजा करनेवाली एक महिला सीता देवी का कहना है कि चैती छठ पूजा में अब मात्र 10 दिन ही बचे हैं. दो फरवरी की शाम को अस्ताचलगामी और तीन फरवरी के सुबह को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया जायेगा. लेकिन घाटों की दयनीय अवस्था देखकर यह चिंता सताने लगी है कि छठ मइया की आराधना इस बार कैसे की जायेगी. मात्र 10 दिनों के अंदर घाटों की दुर्दशा कौन और कैसे सुधारेगा. साथ ही गंदगी और कचरे के अंबार से नदी ने अब गंदे नाले का रूप धारण कर लिया है. ऐसे गंदगी भरे पानी में मां की आराधना संभव ही नहीं है.
मां संतोषी घाट के एक कार्यकर्ता सह युवा समाजसेवी राजेश राय ने महानंदा नदी और घाटों की दयनीय अवस्था के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम को दोषी बताया. श्री राय का कहना है कि निगम महानंदा नदी को बचाने को लेकर कभी गंभीर नहीं रहा. चैती छठ पूजा हो या फिर डाला छठ, निगम की ओर से महानंदा नदी और छठ घाटों की साफ-सफाई समय पर नहीं की जाती. बार-बार गुजारिश करने के बावजूद नदी की सफाई के लिए निगम की ओर से सहयोग नहीं मिलता है. मजबूरन छठ घाट कमेटी को अपने स्तर पर ही जेसीबी या फिर मजदूर लगाकर नदी और घाटों की सफाई करनी पड़ती है.
नदी और घाटों के संस्कार के मुद्दे पर सिलीगुड़ी नगर निगम में साफ-सफाई विभाग के मेयर परिषद सदस्य मुकुल सेनगुप्त से संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन संपर्क नहीं हो सका.
पूजा से पहले हो जायेगी सफाई : दिलीप सिंह
सिलीगुड़ी नगर निगम के चेयरपर्सन दिलीप सिंह ने दावे के साथ कहा है कि समय रहते महानंदा नदी के सभी छठ घाटों का निगम द्वारा संस्कार कराया जायेगा. चैती छठ पूजा शुरू होने से पहले ही नदी और सभी घाटों को जेसीबी व निगम के सफाई कर्मचारियों द्वारा स्वच्छ और सुंदर कर दिया जायेगा. घाटों पर छठव्रतियों को किसी तरह की असुविधा न हो, निगम की ओर से इसका पूरा ख्याल भी रखा जायेगा. साथ ही उन्होंने आम लोगों से भी नदी और घाटों पर गंदगी न फैलाने के लिए खुद जागरूक होने व निगम को सहयोग करने की गुजारिश की.