दार्जिलिंग. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) उनके भाषण का वीडियो फुटेज सौंपेगा. इसका मकसद प्रधानमंत्री को गोरखालैंड बनाने का किया गया वादा याद दिलाना है. उल्लेखनीय है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान सिलीगुड़ी के पास स्थित खपरैल में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा था कि गोरखाओं की समस्या मेरी समस्या और गोरखाओं का सपना मेरा सपना. अब मोरचा इसी भाषण का वीडियो फुटेज प्रधानमंत्री को सौंपने की तैयारी कर रहा है.
गोजमुमो ने 2009 और 2014 का लोकसभा चुनाव भाजपा के साथ हाथ मिलाकर लड़ा. दोनों बार दार्जिलिंग से भाजपा का सांसद बनवाया. इसके पीछे मोरचा का एक ही स्वार्थ था कि केंद्र में भाजपा को लाकर अलग गोरखालैंड राज्य बनवाया जाये. भाजपा ने गोरखा वोटों को साधने के लिए अपने घोषणापत्र में भी यह उल्लेख किया कि दार्जिलिंग, तराई व डुवार्स क्षेत्र की दीर्घकालीन मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जायेगा.
2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सत्ता में नहीं आयी, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिल गया. मोरचा ने अलग गोरखालैंड गठन को लेकर मौजूदा केंद्र सरकार से काफी उम्मीद लगा रखी है. दार्जिलिंग के सांसद तथा केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेंद्र सिंह अहलुवालिया के माध्यम से मोरचा केंद्र पर दबाव भी बनाये हुए है.
बीते दिसंबर महीने में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान मोरचा ने केंद्र पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली जाकर जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया, राजघाट से रैली निकाली. 15 दिसंबर को मोरचा की प्रतिनिधि टोली केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह व अन्य मंत्रियों से मिली. केंद्रीय मंत्रियों ने अलग गोरखालैंड राज्य गठन के लिए जल्द ही एक परीक्षण कमिटी बनाने का भरोसा दिलाया. साथ ही गोरखा समुदाय के 11 जातीय समूहों को अनुसूचित जनजाति में शामिल कराने का भी आश्वासन दिया.
इन्हीं मांगों को लेकर मोरचा ने शीघ्र ही प्रतिनिधि टोली दिल्ली भेजने की तैयारी कर ली है. टोली में मोरचा की केंद्रीय कमिटि से लेकर भ्रातृ संगठनों, स्टडी फोरम और तराई व डुवार्स क्षेत्र से भी प्रतिनिधियों को रखा जायेगा. प्रतिनिधि टोली ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी भेंटवार्ता करने का कार्यक्रम बनाया है. भेंटवार्ता कराने का दायित्व दार्जिलिंग के सांसद श्री अहलुवालिया को दिया गया है. प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान मोरचा की टोली उन्हें उक्त वीडियो फुटेज की सीडी भी देगी.
ममता बनर्जी कोलकाता लौटीं : सिलीगुड़ी. चार दिवसीय पहाड़ दौरा खत्म कर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बृहस्पतिवार को कोलकाता वापस लौट गयी. मुख्यमंत्री 13 तारीख को सिलीगुड़ी होकर कालिम्पोंग गयी थीं. उसके अगले दिन उन्होंने कालिम्पोंग को अलग जिला बनाने की घोषणा की. कल बुधवार को उन्होंने नये जिले के प्रशासनिक अधिकारियों और विभिन्न विकास बोर्ड के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के बाद कालिम्पोंग के निकट डेलो में रूकी हुयी थी. आज दिन के 12 बजे मुख्यमंत्री का काफिला डेलो से बागडोगरा एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ.
उनके आगमन के लेकर सिलीगुड़ी में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये थ. वह करीब ढाइ बजे बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंची और सेवा विमान से कोलकाता कि लिए रवाना हो गयीं.