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नोटबंदी से उत्तर बंगाल उत्सव को लगा झटका

सिलीगुड़ी: नये वर्ष के साथ सरकारी उत्सवों का माहौल फिर से आने को है. पूरे उत्तर बंगाल के लोग राज्य सरकार द्वारा आयोजित उत्तर बंगाल उत्सव के इंतजार में हैं, लेकिन इस बार के उत्सव में सरकार क्लब सहित नागरिकों को झटका देने वाली है. पिछले वर्षों की तरह इस बार किसी भी क्लब को […]

सिलीगुड़ी: नये वर्ष के साथ सरकारी उत्सवों का माहौल फिर से आने को है. पूरे उत्तर बंगाल के लोग राज्य सरकार द्वारा आयोजित उत्तर बंगाल उत्सव के इंतजार में हैं, लेकिन इस बार के उत्सव में सरकार क्लब सहित नागरिकों को झटका देने वाली है. पिछले वर्षों की तरह इस बार किसी भी क्लब को आर्थिक सहायता नहीं दी जायेगी, बल्कि उत्सव के आयोजन में भी कांट-छांट किया जा रहा है.

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 में 34 वर्षों की माकपा राज को उखाड़ फेंकने के बाद सत्ता में आयी तृणमूल कांग्रेस सरकार ने नागरिकों के मनोरंजन के लिये उत्सवों की शुरूआत की. पिछले पांच वर्षों से प्रत्येक वर्ष बड़े ही धूमधाम के साथ उत्तर बंगाल के सभी जिलों में उत्तर बंगाल उत्सव का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता रहा है. लेकिन इस बार नोटबंदी की मार इस उत्सव पर गिरने वाली है. उत्तर बंगाल विकास मंत्रालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रतिवर्ष करीब चार करोड़ रूपये खर्च कर राज्य की ममता सरकार उत्तर बंगाल के सभी जिलों में उत्सव का आयोजन करती आ रही है. वर्ष 2015 में भी उत्तर बंगाल उत्सव का बजट चार करोड़ रूपये था.

मिली जानकारी के अनुसार इस उत्सव के तहत उत्तर बंगाल के प्रत्येक जिले के गरीब व मेधावी छात्र-छात्राओं को मदद से लेकर लेखक, संगीतकार, हस्त शिल्पकार आदि कलाकारों को सम्मान दिया जाता रहा है. इसके अतिरिक्त उत्तर बंगाल के सभी क्लबों को समाज से जुड़ी गतिविधियों को जारी रखने के लिये दो लाख रूपये प्रति क्लब दिया जाता रहा है. नागरिकों के मनोरंजन के लिये उत्तर बंगाल उत्सव में संगीत संध्या, नाटक, नृत्य आदि का भी आयोजन किया जाता है. इसके लिये राज्य के प्रसिद्ध कलाकारों को भी बुलाया जाता है.

सूत्रों का कहना है कि मेधावी विद्यार्थियों और कलाकारों का सम्मान तो इस बार भी किया जायेगा, लेकिन उत्तर बंगाल उत्सव में शामिल कई कार्यक्रमों को इस बार नहीं किया जायेगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार की ओर से इस संबंध में उत्तर बंगाल विकास मंत्रालय को एक पत्र भेजा गया है. इस पत्र में करीब एक करोड़ रूपये में ही पूरा उत्सव समाप्त कराने का निर्देश दिया गया है. क्लबों को मिलने वाली आर्थित सहायता से लेकर कई अन्य मद में भी होने वाले खर्च को बंद करने का निर्देश दिया गया है.

इस संबंध में उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवीन्द्रनाथ घोष से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि उत्तर बंगाल उत्सव के लिये अभी तिथि निर्धारित नहीं हुयी है. मुख्यमंत्री के साथ बैठक कर दिन तय होग. दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी के अलावा उत्तर बंगाल के सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. नोटबंदी की वजह से इस बार क्लबों को आर्थिक सहायता नहीं दी जायेगी और कई कार्यक्रम जैसे मेले आदि का आयोजन नहीं किया जायेगा.

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