इस अवधि के दौरान 5 लाख 48 हजार 574 यात्री उड़ान भर चुके हैं. जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 4 लाख 49 हजार 986 यात्रियों का था. बागडोगरा एयरपोर्ट के निदेशक राकेश आर सहाय ने बताया है कि इस अवधि के दौरान उड़ानों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है, जिसकी वजह से यात्रियों की संख्या बढ़ी है. पिछले साल इसी अवधि के दौरान 3670 विमानों की आवाजाही हुई थी. इस साल इस आंकड़े में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और यह आंकड़ा बढ़कर 4179 हो गया है. बागडोगरा एयरपोर्ट से यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि से सिलीगुड़ी के टूर ऑपरेटर काफी गदगद हैं. इनका कहना है कि अगर बागडोगरा एयरपोर्ट के विस्तार का काम शीघ्र पूरा हो जाये, तो विमान यात्रियों की संख्या में और भी अधिक वृद्ध होगी. ईस्टर्न हिमालया ट्रेवल ऐंड टूर ऑपरेटर एसोसिएशन (एतवा) के सचिव सम्राट सान्याल का कहना है कि बागडोगरा एयरपोर्ट से सिर्फ टूरिस्ट मूवमेंट ही नहीं, बल्कि कॉरपोरेट मूवमेंट में भी बढ़ोत्तरी हुई है. पर्यटक तो यहां भारी संख्या में आते ही हैं, साथ ही विभिन्न कंपनियों के कॉरपोरेट अधिकारियों का नियमित रूप से आना-जाना लगा रहता है. सिलीगुड़ी की महत्ता अब काफी बढ़ गई है.
श्री सान्याल ने बागडोगरा एयरपोर्ट के शीघ्र ही विस्तारीकरण की मांग की. उन्होंने कहा कि बागडोगरा एयरपोर्ट के विस्तार का काम रूका हुआ है. एक बार इसके पूरा हो जाने के बाद विमानों की उड़ान संख्या काफी बढ़ जायेगी. अभी हर दिन करीब 13 से 15 विमानों का संचालन हो रहा है. एयरपोर्ट के रनवे बढ़ाने के साथ ही बागडोगरा एयरपोर्ट के विस्तार होने पर विमानों की यह संख्या काफी बढ़ जायेगी. 20 से 25 विमानों की रोज आवाजाही होने की संभावना है. कई अन्य विमानन कंपनियां यहां से अपनी उड़ान सेवा शुरू करेंगी. उन्होंने आगे कहा कि पहले एयरपोर्ट के विस्तार का काम जमीन नहीं मिलने की वजह से रूका हुआ था. अब जमीन की समस्या खत्म हो गई है. पिछले दिनों राज्य के परिवहन मंत्री शुभेन्दु अधिकारी ने जमीन के कागजात एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को सौंप दिया है. अब जमीन की समस्या नहीं रही है.
स्वाभाविक रूप से एयरपोर्ट ऑथोरिटी के अधिकारियों को शीघ्र ही विस्तार का काम शुरू करना चाहिए. उन्होंने बागडोगरा एयरपोर्ट से अधिक से अधिक संख्या में अंतर्राष्ट्रीय उड़ान सेवा भी शुरू करने की मांग की. श्री सान्याल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय उड़ान सेवा नहीं होने की वजह से विदेशी पर्यटकों को पहले दिल्ली या कोलकाता आना पड़ता है. उसके बाद वहां से ट्रेन अथवा विमान से बागडोगरा आते हैं.
सिंगापुर तथा ढाका से ऐसे यात्रियों की संख्या काफी अधिक है. उन्होंने बागडोगरा एयरपोर्ट से सीधे सिंगापुर तथा ढाका के लिए विमान सेवा शुरू करने की मांग की. उन्होंने कहा कि वर्तमान में बागडोगरा एयरपोर्ट से सिर्फ भूटान के पारो तथा बैंकॉक के लिए उड़ान सेवा उपलब्ध है. उसमें भी कोई भारतीय विमानन कंपनी उड़ान का संचालन नहीं करती है. भूटान के ड्रुक एयर द्वारा पारो-बागडोगरा-बैंकॉक विमान सेवा जारी है. उन्होंने उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि एक बार अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवा शुरू होने के बाद बागडोगरा एयरपोर्ट की अहमियत और भी अधिक बढ़ जायेगी.