जैसे ही विमल गुरूंग ने ‘हैप्पी बर्थ डे गोजमुमो’ कहा, सभीलोग खुशी से नाचने लगे. समारोह को संबोधित करते हुए गुरूंग ने फिर से राज्य सरकार पर हमला बोला और कहा कि सरकार चाहे जितनी कोशिश कर ले, अलग राज्य बन कर रहेगा. उन्होंने माना की पार्टी में थोड़ी हलचल है, लेकिन बुनियाद इतनी मजबूत है कि कोई उसे हिला नहीं सकता. उन्होंने कहा कि 2007 में जब पार्टी बनी थी तो बंगाल के साथ गोरखा जाति का कोई मेल नहीं था. हमारी, भाषा, सांस्कृतिक पहचान, खानपान सबकुछ बंगाल से अलग है. उस समय बंगाल से अलग दिखाने के लिए जातीय पोशाक पहनने का आह्वान किया था. इस बार भी वह ऐसा ही आह्वान कर रहे हैं. एक महीने तक जातीय पहनावा सबको पहनना होगा. उन्होंने पुरूषों से दौरा सुराल और महिलाओं से चौबन्दी-चोली पहनने को कहा. श्री गुरूंग ने कहा कि उनकी मांग गोरखालैंड है.
यह बात बंगाल सरकार जानती है, इसलिए राज्य सरकार गोरखा समुदाय को कमजोर करने के लिए बांटने की रणनीति बना रही है. जातियों के नाम पर विकास बोर्ड का गठन हो रहा है. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विधानसभा चुनाव में बूथों पर काम करनेवाले गोजमुमो समर्थकों को सम्मानित भी किया. इस मौके पर पार्टी महासचिव रोशन गिरि, सहसचिव विनय तामांग आदि भी उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत मोरचा प्रमुख विमल गुरूंग ने पार्टी का झंडा फहरा कर की. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तसवीर पर दीप प्रज्ज्वलन भी किया गया.