मालदा: वाम मोरचा और कांग्रेस का गंठबंधन बना रहेगा. यह संदेश संयुक्त रूप से जिला कांग्रेस की अध्यक्ष तथा सांसद मौसम नूर और जिला वाम मोरचा के कन्वेनर तथा सीपीएम के जिला सचिव अंबर मित्र ने दिया. रविवार को मालदा शहर के टाउन हॉल में नवनिर्वाचित गंठबंधन विधायकों के अभिनंदन में आयोजित एक सभा के दौरान दोनों ने यह संदेश दिया.
साथ ही उन्होंने गंठबंधन विधायकों से कहा कि अगर जिले में कहीं भी राजनीतिक अशांति होती है या हमला होता है, तो वहां गठबंधन के सभी ग्यारह विधायक एकजुट होकर जवाब दें. अभिनंदन सभा में मोथाबाड़ी की कांग्रेस विधायक सबीना यास्मीन, इंगलिशबाजार नगरपालिका के कांग्रेस पार्षद दंपती नरेन्द्र नाथ तिवारी व अंजू तिवारी और दक्षिण मालदा कांग्रेस के सांसद अबु हासेम खान चौधरी (डालू) मौजूद नहीं थे. इसे लेकर राजनीतिक हलके में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी हैं. अभिनंदन सभा में वाम मोरचा के अन्य सहयोगी दलों के नेता भी दिखायी नहीं दिये.
अभिनंदन समारोह के दौरान मौसम नूर ने कहा, यह सही है कि विधानसभा चुनाव के नतीजे गंठबंधन की उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे. लेकिन मालदा जिले ने रिकार्ड बनाया है. इस जिले में हमने तृणमूल का खाता तक नहीं खुलने दिया. आने वाले दिनों में भी हमें अपनी एकता बनाये रखनी है. सीपीएम के जिला सचिव अंबर मित्र ने कहा, असल में तृणमूल एक फासीवादी ताकत है. वह लोकतंत्र का गला घोंटना चाहती है. चुनाव में हम पूरे राज्य में हार गये, लेकिन मालदा एक अलग रास्ते पर चला. आज मालदा जिस रास्ते पर चल रहा है, आने वाले दिनों में पूरा राज्य इसी रास्ते का अनुसरण करेगा. कांग्रेस के साथ गंठबंधन बनाये रखते हुए हमें जिले में सभी चुनावों में तृणमूल को धो-पोंछकर साफ कर देना है.
एक विधायक, एक सांसद और पार्षद दंपती की गैर मौजूदगी पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मौसम नूर ने कहा, विधायक सबीना यास्मीन के पिता बीमार हैं इसलिए वह आ नहीं पायीं. सांसद डालू बाबू अचानक अस्वस्थ हो गये और आ नहीं पाये. पार्षद नरेन्द्रनाथ तिवारी और उनकी पत्नी अंजू तिवारी किसी पारिवारिक काम में व्यस्त होने के कारण नहीं आ सके. कुछ इसी तरीके का जवाब सीपीएम के जिला सचिव अंबर मित्र से भी मिला. उन्होंने कहा कि आरएसपी की एक बुजुर्ग महिला नेता की मौत हो गयी है. इसीलिए आरएसपी के नेता नहीं आ पाये. जिला सीपीआई सचिव तरुण दास की भी कुछ व्यस्तता थी, जिसके कारण वह नहीं आ सके. लेकिन यह कोई बड़ी बात नहीं है. वाम मोरचा और कांग्रेस एकजुट हैं.
हालांकि कांग्रेस नेता नरेन्द्रनाथ तिवारी ने अटकलों को बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा, मुझे और मेरी पत्नी को निमंत्रण ही नहीं दिया गया. फिर हम क्यों जायेंगे? जो गये उन्होंने अच्छा किया. हमें बुलाया नहीं गया, इसलिए हम नहीं गये. मोथाबाड़ी की विधायक सबीना यास्मीन से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. हालांकि एसएमएस करके उन्होंने बताया कि वह व्यस्त हैं और बाद में बात करेंगी.
इधर, सीपीआई के जिला सचिव तरुण दास ने कहा कि सबकुछ देखकर ऐसा लग रहा है मानो सीपीएम कांग्रेस के मोरचे का सदस्य हो. उसके लिए वाम मोरचे के सहयोगियों का कोई महत्व नहीं लग रहा है. हमें इस कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया था.