मिली जानकारी के अनुसार डेकोरेटर ओपेन दास व मछली विक्रेता विकास मंडल दोनों ही तैलीपाड़ा के रहनेवाले हैं. घटना से पहले दोनों के बीच बांस से धक्का लगने की मामूली बात को लेकर खूब झड़प भी हुई थी. ग्रामीणों के अनुसार, ओपेन पंडाल बनाने के लिए बांस से लदा वैन अपने घर लेकर जा रहा था, तभी गलती से बांस विकास के शरीर से टकरा गया. इस बात पर दोनों के बीच खूब बहस हुई. लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों को घर भेज दिया. लेकिन विकास का दिमाग काफी गरम हो गया और गुस्से में वह अपने घर से लोहे का रॉड लेकर ओपेन के घर पहुंचा.
ओपेन को घर से बाहर बुलाकर उसके छाती में ही रॉड घोंप दिया और मौके से फरार हो गया. लोगों का कहना है कि वारदात के दौरान संभवतः आस-पास कोई नहीं था, इसी का फायदा उठाकर विकास भाग खड़ा हुआ. लोगों का कहना है कि ओपेन जख्मी हालत में जब बचाओ-बचाओ का चित्कार कर रह था तब आस-पास के लोगों को घटना की जानकारी हुई.
ओपेन को हाथोंहाथ इलाज के लिए सिलीगुड़ी जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना पाते ही आसीघर चौकी की पुलिस भी अस्पताल पहुंची और मृतक का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल भेज दिया. खबर लिखे जाने तक भक्तिनगर थाना के इंस्पेक्टर अनुपम मजुमदार, आसीघर चौकी के प्रभारी संजय घोष व अन्य आलाधिकारी मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी जुटाने में व्यस्त थे.