इसी मुद्दे को लेकर मंगलवार की रात को एनजेपी स्टेशन के बाहर ट्रक स्टैंड के नजदीक आइएनटीटीयूसी की एनजेपी इकाई की पार्टी कार्यालय के सामने जॉन के सबसे करीबी माने जाने वाले दबंग नेता प्रसेनजीत राय का खेमा और जॉन का सगा भाई जयदीप नंदी व जॉन का बेटा राजा नंदी का खेमा आमने-सामने हो गये. देखते-देखते इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. दोनों खेमों के बीच जमकर हिंसक संघर्ष हुआ. प्रत्यक्षदर्शीयों के अनुसार, इस दौरान चार राउंड हवाइ फायरिंग भी हुई और दोनों खेमों के उपद्रवियों ने हॉकी स्टिक, चैन, ईंट-पत्थर से एक-दूसरे पर हमला कर दिया.
इस हिंसक संघर्ष में दोनों खेमों के दो उपद्रवी पिंटू व अंकुर जख्मी हुए हैं. एनजेपी चौकी की पुलिस ने इस मामले में अब-तक दोनों खेमों के तीन उपद्रवियों को पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया. इनके नाम भक्तिनगर थाना क्षेत्र के माइकल मधुसूदन कॉलोनी निवासी मोहम्मद गोलाब (38), सिलीगुड़ी के 33 नंबर वार्ड के न्यू मिलनपल्ली निवासी संजय मुरारकर (32) व ) कोलकाता के दुर्गानगर का रहनेवाला दीपंकर घोष (42 है.
पुलिस मोहम्मद गोलाब को मौका-ए-वारदात से ही कारतूसों से भरी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया था. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह हिंसक संघर्ष पुलिस की मौजूदगी में ही हुई थी और हवाइ फायरिंग भी पुलिस के सामने ही हुयी. हालांकि पुलिस के लोग संघर्ष की बात तो स्वीकार कर रहे हैं लेकिन हवाइ फायरिंग को सिरे से खारिज कर रहे हैं. पुलिस सूत्रों से के अनुसार, एनजेपी चौकी की पुलिस हिंसक संघर्ष से पहले एक खुफिया सूचना के आधार पर एनजेपी स्टेशन के बाहर स्थित प्रसेनजीत के होटल पर छापा मारने गयी थी. पुलिस को उसके होटल में अवैध आग्नेयास्त्रों के साथ भाड़े के बदमाशों के ठहरने की खबर थी. हालांकि पुलिस को इस छापामारी में संदिग्ध बदमाश नहीं मिले और न ही आग्नेयास्त्र बरामद हुए. लेकिन पुलिस ने होटल से बड़ी संख्या में मोबाइल फोन जब्त कर लिया है. छापामारी कर पुलिस जैसे ही होटल से बाहर निकली, उसी दौरान बड़ी संख्या में प्रसेनजीत खेमे के समर्थकों ने पुलिस को घेर लिया और जमकर बवाल काटा.
इसी मौके का फायदा उठाते हुए जयदीप खेमे के समर्थकों ने भी पास में ही आइएनटीटीयूसी के एनजेपी पार्टी कार्यालय में मौजूद प्रसेनजीत को घेर लिया और पुलिस के सामने ही दोनों खेमों के बीच तांडव हुआ. सूचना पाते ही अतिरिक्त डिप्टी पुलिस आयुक्त (एडीसीपी) मृणाल मजुमदार, सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी, इस्ट) पिनाकी मजुमदार, भक्तिनगर थाना के इंस्पेक्टर अनुपम मजूमदार, सिलीगुड़ी थाना के इंस्पेक्टर देवाशीष बोस, एनजेपी चौकी की पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पुहंची और तनावपूर्ण महौल को कड़ी मशक्कत के बाद नियंत्रित किया. इस घटना के बाद से ही एनजेपी स्टेशन इलाके में एनजेपी चौकी की पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ के जवान तैनात कर दिये गये. जो रात से ही हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखे हुए है. फिलहाल इलाके में स्थिति नियंत्रण में है.
दोनों को अपनी-अपनी जिम्मेदारी पूरे दायित्व के साथ संभालने की भी सलाह दी. श्री देव का कहना है कि पार्टी में गुटबाजी कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी. हालांकि डेढ़ घंटे तक चली इस क्लास को लेकर कोई भी अपना मुंह नहीं खोल रहा. भाईदा का कहना है कि आइएनटीटीयूसी की भावी गतिविधियों को लेकर मंत्री ने यह मीटिंग बुलाई थी. वहीं, जयदीप नंदी का कहना है कि यह नियमित मीटिंग थी. पार्टी के विभिन्न क्रियाकलापों को लेकर गौतम देव के साथ हमेशा मीटिंग होती रहती है. हालांकि उन्होंने एनजेपी में कल रात की घटना को हल्की झड़प करार दिया और कहा कि उसे जान से मारने की काफी दिनों से साजिश रची जा रही थी. इसके तहत भाड़े के गुंडों को बाहर से बुलाकर एनजेपी इलाके में छुपाकर रखा गया है. इसके मद्देनजर 17 अप्रैल यानी मतदान वाले ही दिन उन्होंने एनजेपी चौकी में एक मामला भी दायर कराया है. दूसरी ओर, पहले जयदीप के विरूद्ध आग उगलने वाले प्रसेनजीत का गरम पारा मंत्री के डेढ़ घंटे की क्लास के बाद पूरी तरह नरम हो गया. उनका कहना है कि पार्टी कार्यों को लेकर हमेशा ही मंत्री के साथ मीटिंग होती रहती है. वैसे भी अभी विधानसभा चुनाव का समय है. इस वजह से भी गौतम दा के साथ बार-बार मुलाकात करनी पड़ती है. मंत्री की क्लास से मात्र 10 घंटे पहले यानी कल रात को एनजेपी में हुई हिंसक संघर्ष के लिए उन्होंने जयदीप को दोषी ठहराया था और मतदान वाली रात को भी पार्टी कार्यालय में पेट्रोल बम फेंक कर आग लगाने के लिए भी उन्हीं को जिम्मेदार ठहराया था.