बंगाल विधानसभा चुनाव : 2016. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा
– माकपा को भी बताया कमजोर
– कहा, कांग्रेस का कोइ वजूद नहीं
सिलीगुड़ी : आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा भी चुनावी जंग में शामिल हो चुकी है और विरोधियों पर हमला करना शुरू कर दिया है. चुनाव के मद्देनजर उत्तर बंगाल का दौरा कर रहे भाजपा के नवनियुक्त राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष ने सोमवार को सिलीगुड़ी में स्थानीय हाशमी चौक स्थित जिला पार्टी मुख्यालय जयमनी भवन में आयोजित प्रेस-वार्ता के दौरान जमकर विरोधियों पर निशाना साधा. श्री घोष ने कहा कि तणमूल के पांव तले जमीन खिसक रही है.
माकपा का मेरूदंड टूट गया है और कांग्रेस का बंगाल में अब वजूद नहीं है. ऐसे में बंगाल की भावी राजनीति में एकमात्र विकल्प भाजपा ही है. बंगाल के लोगों का भाजपा पर भरोसा बढ़ा है और पार्टी लगातार मजबूत हो रही है. बंगाल में भाजपा की ताकत काफी बढ़ी है.
श्री घोष ने कहा कि आगामी विधान सभा चुनाव में भाजपा का अभिन्न रोल होगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा माकपा-कांग्रेस का गठबंधन का नाटक बंगाल की राजनीति में कोई नयी बात नहीं है. हरेक चुनावों से पहले दोनों आपस में आलिंगन करते है और एक-दूसरे के कंधे पर बंदूक रखकर गोली चलाते है. श्री घोष ने कहा कि चुनाव से पहले किसका किससे भरत मिलाप होता है इससे भाजपा को कोई लेना-देना नहीं है.
भाजपा अपने सहयोगी दलों गोरखा जनमुक्ति मोरचा, कामतापुर प्रोग्रेसिव पार्टी (केपीपी), आदिवासी विकास परिषद के साथ विधानसभा चुनाव लड़ेगी. अगर अन्य विरोधी पार्टियां भाजपा के साथ चुनाव लड़ना चाहती है तो इसके लिए भाजपा हाईकमान के साथ विचार-विमर्श करेंगे. कालियाचक कांड के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस कांड ने सरकार की संप्रदायिक राजनीति की पोल खोली है. सरकार सच्चाई छुपा रही है. उन्होंने ममता सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सच्चाई ज्यादा दिनों तक छुपी नहीं रह सकती. जनता को सफाई देनी ही पड़ेगी. उन्होंने कहा कि यह सरकार बंगाल में सांप्रदायिक ताकतों को बढ़ावा दे रही है, जिससे उनका मनोबल काफी बढ़ चुका है.
मालदा से भाजपा फूंकेगी चुनावी बिगुल
प्रांतीय अध्यक्ष दिलीप घोष ने सिलीगुड़ी में एलान करते हुए कहा कि भाजपा मालदा से चुनावी बिगुल फूंकेगी. इसी महीने के 18 तारीख को मालदा में विराट सम्मेलन होगा. इसके बाद 21 जनवरी को बारासात, 22 जनवरी को बर्दवान और 24 को हावड़ा में चुनावी सम्मेलन होगा. श्री घोष ने कहा कि इन सम्मेलनों के बाद ही उत्तर बंगाल के भी अन्य जिलों व शहरों में सम्मेलन आयोजन होगा. जल्द ही सम्मेलन की तारीख घोषित की जायेगी.