मृत महिला श्रमिक की पहचान बीरपाड़ा चाय बागान के वीरूलाईन की निवासी शुकरी सोरेन(35) के रूप में की गयी है. बीरपाड़ा अस्पताल में चिकित्साधीन अवस्था में उसकी मौत बुधवार को हो गयी. शुकरी सोरेन की मौत के साथ ही इस सप्ताह कुल छह चाय श्रमिकों की मौत हो चुकी है.
18 दिसंबर को जलपाईगुड़ी जिले के सरकार द्वारा अधिगृहित रेडबैंक चाय बागान में अवकाश प्राप्त श्रमिक लक्षमण नागारिया(62) की मौत हुयी थी. उसी दिन अलीपुरद्वार जिले के डंकन्स ग्रुप के हंटापाड़ा चाय बागान में दो चाय श्रमिकों की मौत हुयी थी. हंटापाड़ा चाय बागान की श्रमिक चंद्रा सारू(52) की मौत चिकित्साधीन अवस्था में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हुयी थी. जबकी हंटापाड़ा चाय बागान के ही बेगुनीटारी लाईन निवासी चाय श्रमिक कुमार विश्वकर्मा(55) ने अस्वस्थ होकर अलीपुरद्वार जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया.
दूसरी ओर डंकन्स ग्रुप के डिमडिमा चाय बागान के अवकाश प्राप्त श्रमिक सुशील उरांव(60) की मौत हो गयी. दूसरी तरफ अलीपुरद्वार स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि वृद्ध होने की वजह से सुशील उरांव की मौत हुयी है. 21 दिसंबर को डंकन्स ग्रुप के बागराकोट चाय बागान में काजल कारकी नामक एक श्रमिक की मौत हुयी थी. आज शुकरी सोरेन की मौत से अलीपुरद्वार व जलपाईगुड़ी जिले में एक सप्ताह में कुल छह श्रमिकों की मौत हो गयी है. इन आंकड़ो से श्रमिकों में रोष की चिंगारी बढ़ती हुयी दिखाई दे रही है.