कमल कुमार हरियाणा के गुड़गांव का रहने वाला है. वह अपने दो सहयोगियों के साथ यहां शादी के लिए आया हुआ था. नाबालिग लड़की नेहाल दयाराम स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ती है. एक नाबालिग लड़की की शादी की सूचना जैसे ही शक्तिवाहिनी नामक एक एनजीओ को मिली, तो इसके रिजनल हेड दीप बनर्जी सक्रिय हो गये. उन्होंने पुलिस की मदद से इस शादी को रोकवा दी. इस संबंध में श्री बनर्जी का कहना है कि सिलीगुड़ी तथा इसके आसपास के इलाकों में नाबालिग लड़कियों से शादी की जाती है और उसे बाद में दिल्ली अथवा अन्य महानगरों में घरेलू नौकरानी का काम करने अथवा जिस्म फरोशी के लिए बेच दिया जाता है.
इस मामले में भी महिला तस्करों के तार जुड़े होने की संभावना है. शादी करने के लिए आया दूल्हा कमल कुमार, उसके सहयोगी सतपाल सिंह तथा सतवीर सिंह के खिलाफ नक्सलबाड़ी थाने में शिकायत दर्ज करा दी गई है. एफआइआर संख्या 377/15 दर्ज कर तीनों को बाल विवाह निरोध अधिनियम 2006 के धारा 9, 10 तथा 11 के तहत मुकदजा दर्ज किया गया है.
श्री बनर्जी ने आगे बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी उन्होंने अपने दिल्ली कार्यालय को भी दे दी है. तीनों ही आरोपी हरियाणा के गुड़गांव के रहने वाले हैं. इस संबंध में दार्जिलिंग के जिला शासक अनुराग श्रीवास्तव ने बताया है कि नक्सबाड़ी के बीडीओ के सहयोग से नाबालिग की शादी रोकवा दी गई है. तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इनमें से गुड़गांव के रहने वाले सतपाल सिंह एवं सतवीर सिंह अपने आप को सेना का पूर्व जवान बता रहा है. महिला तस्करों के साथ इन लोगों के तार जुड़े हुए हैं या नहीं, इसकी जांच की जा रही है.