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सिलीगुड़ी लगातार हो रहा है मालामाल

टैक्स कलेक्शन में भारी वृद्धि पिछले वर्ष अकेले वैट से मिले 561 करोड़ अन्य करों की वसूली भी बढ़ी सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी शहर पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार समझा जाता है और अपनी भौगोलिक स्थिति के लिए भी इस शहर की एक अलग पहचान है. इसी पहचान की बदौलत यह शहर लगातार समृद्धि की ओर […]

टैक्स कलेक्शन में भारी वृद्धि
पिछले वर्ष अकेले वैट से मिले 561 करोड़
अन्य करों की वसूली भी बढ़ी
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी शहर पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार समझा जाता है और अपनी भौगोलिक स्थिति के लिए भी इस शहर की एक अलग पहचान है. इसी पहचान की बदौलत यह शहर लगातार समृद्धि की ओर बढ़ रहा है.
जिस तरह से यह शहर तरक्की कर रहा है, उसी तरह से इस शहर के लोग टैक्स भर रहे हैं. पिछले कुछ वर्षो के दौरान सिलीगुड़ी से विभिन्न मदों में जिस प्रकार से टैक्सों की वसूली हुई है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि न केवल यह शहर, बल्कि यहां के लोग भी मालामाल हो रहे हैं. पिछले दिनों सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्षिक बजट पेश करने के दौरान जो आंकड़े जारी किये गये हैं, वह चौंकाने वाले हैं.
विभिन्न टैक्सों के मद में कई गुणा वृद्धि हुई है. खासकर वेल्यू एडेड टैक्स (वैट) ने काफी तेज रफ्तार पकड़ ली है. पिछले चार वर्षो के दौरान वैट के कलेक्शन में सौ प्रतिशत से भी अधिक की वृद्धि हुई है. सिलीगुड़ी नगर निगम ने जो आंकड़ा जारी किया है, उसके अनुसार वर्ष 2011-12 से वैट के कलेक्शन में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. वर्ष 2011-12 में जहां 271.35 करोड़ रुपये की उगाही हुई थी, तो वहीं 2012-13 में यह आंकड़ा बढ़कर 370.46 करोड़ रुपये हो गया. करीब सौ करोड़ रुपये से भी अधिक की वृद्धि हुई.
वैट कलेक्शन में वृद्धि की यह रफ्तार अगले वर्ष 2013-14 में भी जारी रही और यह आंकड़ा बढ़कर 451.67 करोड़ रुपये हो गया. 2014-15 में तो सिलीगुड़ी में वैट कलेक्शन ने एक नया रिकार्ड बनाया. एक वर्ष में वैट के कलेक्शन में 110 करोड़ रुपये से भी अधिक की वृद्धि हुई और यहां आंकड़ा बढ़कर 561.27 करोड़ रुपये हो गया. इनकम टैक्स कलेक्शन की भी यही स्थिति है. इनकम टैक्स के कलेक्शन में भी पिछले चार वर्षो के दौरान करीब 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
2011-12 में जहां 150.24 करोड़ रुपये इनकम टैक्स के रूप में जमा कराये गये थे, वहीं 2012-13 में यह आंकड़ा बढ़कर 170.85 करोड़ रुपये हो गया. वर्ष 2013-14 में भी इनकम टैक्स कलेक्शन के दर में भी वृद्धि जारी रही. इस वर्ष 200.96 करोड़ रुपये जमा हुए. वर्ष 2014-15 में यह आंकड़ा बढ़कर 219.57 करोड़ रुपये हो गये हैं.
क्या कहते हैं प्रमुख व्यवसायी : सिलीगुड़ी के प्रमुख बिल्डर तथा क्रेडाई के प्रेसिडेंट संदीप गोयल का कहना है कि सिर्फ वैट तथा इनकम टैक्स कलेक्शन में ही वृद्धि नहीं हुई है, बल्कि सर्विस टैक्स, एक्साइज ड्यूटी आदि जैसे अन्य टैक्सों का कलेक्शन भी बढ़ा है.
उन्होंने कहा कि अब सभी काम पक्का में होने लगा है. कोई भी टैक्स में गड़बड़ी करना नहीं चाहता. आम लोगों में टैक्स देने के प्रति जागरूकता भी बढ़ी है. इसी वजह से टैक्स कलेक्शन में लगातार वृद्धि हो रही है.
सिलीगुड़ी के सीए तथा प्रमुख कारोबारी संजय गोयल का कहना है कि सिलीगुड़ी में विभिन्न कारोबार ने काफी तेज रफ्तार पकड़ ली है. सिर्फ वैट और इनकम टैक्स ही नहीं, बल्कि अन्य टैक्सों का कलेक्शन भी काफी बढ़ा है. इसके अलावा आम लोगों में टैक्स देने के प्रति जागरूकता भी बढ़ी है. जो भी प्रमुख कारोबारी और बिजनसमैन सिलीगुड़ी में काम कर रहे हैं, वह टैक्स देने के मामले में किसी तरह के झंझट में नहीं पड़ना चाहते. व्यापारी तथा कारोबारी तमाम तरह के टैक्स देकर शांति से काम करना चाहते हैं.
कुछ इसी तरह का मंतव्य सिलीगुड़ी मर्चेन्ट्स एसोसिएशन के महासचिव घनश्याम मालपानी ने व्यक्त किया है. श्री मालपानी ने कहा है कि सिलीगुड़ी में कारोबार में काफी बढ़ोत्तरी हुई है. खासकर विभिन्न वस्तुओं की खरीद-बिक्री बढ़ी है. इसी वजह से टैक्स कलेक्शन भी बढ़ा है.

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