सिलीगुड़ी : पिछले एक महीने से लगातार प्याज की कीमतों में उछाल आने से ग्राहकों का बजट बिगड़ने लगा है. विधान मार्केट सब्जी मंडी व अन्य जगहों पर खुदरा में प्याज 40 से 45 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है. दाम में तेजी के कारण किचन से प्याज गायब हो रहे हैं. पहले जहां लोग एक से दो किलो प्याज खरीदते थे, वहां अब आधा किलो प्याज से ही काम चलाना पड़ रहा हैं. कई लोगों ने तो प्याज खरीदना ही छोड़ दिया है. वहीं दूसरी ओर प्याज के दाम कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है.
प्याज की खुदरा कीमत 40 से 45 किलो तक पहुंच गयी है. पिछले एक सप्ताह में प्याज में 25 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल आया है. प्याज कारोबारियों का कहना है कि इसकी कीमतों में तेजी की वजह जमाखोरी के साथ ही महाराष्ट्र, कर्नाटक व मध्यप्रदेश में पर्याप्त पैदावार का न होना है. ज्ञात हो कि इन सभी राज्यों में प्याज का व्यापक पैमाने पर उत्पादन होता है. इन राज्यों के कई हिस्सों में बाढ़ व लगातार बारिश की वजह से प्याज के भाव सातवे आसमान पर हैं.
साथ ही नई फसल के प्याज अभी मार्केट में नहीं आये हैं. पुराने प्याज भी मंडियों में कम आ रहे हैं. अभी सिलीगुड़ी समेत देश के सभी मंडियों में नासिक से ही प्याज पहुंच रहा है. आने वाले महीने त्योहारों का है. त्योहारों के दौरान सब्जियों के भाव सातवें आसमान पर ही रहते हैं. दाम कम होने की कोई गुंजाइश नहीं रहती है. प्याज के साथ ही अन्य सभी सब्जियों के भाव भी 30-40 रूपये प्रति किलो से कम नहीं है.