अलीपुरद्वार : उत्तर बंगाल के ग्रामीण अंचलों में अभी भी अंधविश्वास और कुसंस्कारों ने लोगों को जकड़कर रखा है. इसी तरह की एक घटना अलीपुरद्वार जिले के दक्षिण माझेरडाबरी इलाके में हुई जहां एक निम्न मध्यवर्गीय परिवार की डेढ़ साल की बच्ची को सांप ने डंस लिया. हैरत की बात है कि सर्पदंश के बाद भी बच्ची को दो घंटे के बाद ही आसपास के लोगों की सलाह पर अलीपुरद्वार जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया.
उसके बाद पेशे से राजमिस्त्री मृणाल राय की मृत बेटी शम्पा को जिंदा करने के लिये परिवारवाले एक ओझा को बुला लाये. घर के मां मनसा के पूजा घर में केले के पत्ते में बच्ची को लिटाकर उसका झाड़फूंक शुरु हुआ. अलीपुरद्वार विज्ञान और युक्तिवादी संस्था के सचिव कौशिक दे ने बताया कि कई घंटे तक चले झाड़फूंक के बाद जब उन्हें पता चला तो उन लोगों ने वहां पहुंचकर झाड़फूंक रुकवाया. परिवार को समझाकर बच्ची के दाह संस्कार के लिये राजी करवाया गया.