कूचबिहार : इलाज में लापरवाही से मौत के आरोप में रायगंज मेडिकल कॉलेज में हंगामे व मारपीट की घटना के दूसरे दिन ही इसी तरह की घटना कूचबिहार सरकारी मेडिकल कॉलेज में हुई है. मंगलवार की सुबह कूचबिहार सरकारी मेडिकल कॉलेज में एक बच्चे की मौत के बाद दो चिकित्सकों व नर्स के साथ मारपीट की गयी. इसके बाद अस्पताल कर्मियों ने विरोध स्वरूप कार्य बहिष्कार कर दिया. खबर पाकर कूचबिहार कोतवाली थाना पुलिस पहुंची.
पुलिस ने मारपीट व उपद्रव करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद अस्पताल परिसर में हालात सामान्य हुए. अस्पताल सूत्रों से पता चला है कि मंगलवार सुबह दिनहाटा के ओकड़ाबाड़ी निवासी नीलिमा बर्मन के बेटे राजा बर्मन (5) की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी. बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने डॉ प्रसून मंडल, डॉ कल्याण राय सिंह और एक नर्स के साथ मारपीट शुरू कर दी. घटना में दोनों चिकित्सक जख्मी हुए हैं. उनका इलाज किया जा रहा है. इस घटना से नाराज अन्य चिकित्सकों व कर्मचारियों ने ने मेडिकल कॉलेज के आउटडोर को सामयिक तौर पर बंद करके विरोध जाहिर किया. उनलोगों ने एमएसवीपी राजीव प्रसाद के साथ भी मुलाकात की.
जानकारी के मुताबिक, लगभग 15 दिन पहले राजा बर्मन को पैर में सेप्टिसेमिया (जहरीला संक्रमण) को लेकर भर्ती किया गया था. सात दिन पहले अस्पताल में पैर का ऑपरेशन हुआ. बच्चा ऑपरेशन के बाद ठीक था. परिवार का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद से कोई भी डॉक्टर बच्चे को ठीक से देखने नहीं आये.
यहां तक कि ऑपरेशन के एक सप्ताह भर बाद भी बैंडेज खोला नहीं गया था. बार-बार कहने के बाद भी बैंडेज खोला नहीं गया. अस्पताल से छुट्टी मांगने पर छुट्टी भी नहीं दी गयी. सोमवार शाम बच्चे को बुखार आया. डॉक्टर-नर्स को बोलने पर भी किसी ने कुछ नहीं किया. बुखार के समय नर्स से सलाइन खोलने को कहा गया तो उसने दुर्व्यवहार किया. मंगलवार की सुबह बच्चे को एक इन्जेक्शन दिया गया, जिसके बाद उसके नाक-मुंह से खून निकलने लगा और थोड़ी देर में ही उसकी मौत हो गयी.
अस्पताल के एमएसवीपी राजीव प्रसाद ने बताया कि शिकायत मिलने पर मामले की छानबीन की जायेगी. लेकिन चिकित्सकों व नर्सों के साथ मारपीट को बरदाश्त नहीं किया जायेगा. अस्पताल की ओर से पुलिस मे लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी है. साथ ही बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पूरी घटना की जांच की जा रही है. वहीं नर्स व चिकित्सकों का कहना है कि दिन-रात सेवा करने के बाद उनलोगों पर हमले किये जा रहे हैं. इस तरह की घटना के खिलाफ बड़ा आन्दोलन किया जायेगा.