मुख्यमंत्री के सपनों का पर्यटन केंद्र भोरेर आलो लगभग तैयार
भ्रामरी मंदिर के विकास कार्यों पर खर्च होंगे साढ़े तीन करोड़ रुपये
जलपाईगुड़ी : जलपाईगुड़ी के गाजलडोबा में महकमा शासक (एसडीओ) स्तर के एक अधिकारी की नियुक्ति जल्द ही की जाएगी. गाजलडोबा में मुख्यमंत्री के सपनों का पर्यटन केंद्र भोरेर आलो लगभग बनकर तैयार है. भोरेर आलो को भ्रामरी मंदिर, फूलबाड़ी, लाटागुड़ी, उदलाबाड़ी, सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी शहर के भ्रमण के लिए एक ठिकाने के रूप में इस्तेमाल किया जायेगा. गाजलडोबा के बढ़ते महत्व को देखते हुए सरकार ने यहां एसडीओ रैंक का अधिकारी नियुक्त करने का फैसला किया है. बुधवार दोपहर को राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव, जलपाईगुड़ी सदर ब्लॉक के बारोपाटिया नतुनबस पंचायत इलाके में भ्रामरी देवी मंदिर में चल रहे कामकाज का जायजा लेने पहुंचे. इसी दौरान उन्होंने उक्त जानकारी दी.
गाजलडोबा बैरेज के सामने सड़क के किनारे विभिन्न दुकानों को मिलाकर एक मार्केट कॉम्पलेक्स बन रहा है, जिसपर दो करोड़ रूपये खर्च होने हैं. मंत्री ने बताया कि इलाके के बेरोजगार युवाओं के लिए भोरेर आलो के माध्यम से गाड़ी चालक, गाईड, सुरक्षाकर्मी जैसे विभिन्न रोजगार सृजित होंगे. सरस्वती चाय बागान में बने कॉटेज इस सर्किट से जुड़ेंगे या नहीं, इसे देखा जा रहा है. बंगाल सफारी से गाजोलडोबा से जोड़ने के बाद लाटागुड़ी और उदलाबाड़ी से भी उसकी दूरी घटाने के लिए गाजलडोबा में फ्लाईओवर बनाया जा रहा है. इसी तरह फूलबाड़ी में रेलवे फ्लाईओवर बन रहा है.
मंत्री ने बताया कि भ्रामरी मंदिर में पांच सौ लोगों के एक साथ बैठकर पूजा करने और खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा ट्वायलेट ब्लॉक भी बन रहा है. इस पर साढ़े तीन करोड़ रूपये खर्च हो रहे हैं. गाजलडोबा स्थित जलाशय में पक्षी विहार की भी योजना है. गाजलडोबा सर्किट से शिकारपुर के देवी चौधरानी और भवानी पाठक मंदिर को जोड़ा जा रहा है. इंडियन होटल मैनेजमेंट स्कूल के सहयोग से गाजलडोबा में 220 छात्र-छात्राओं के लिए प्रशिक्षण केंद्र बनाया जा रहा है.